शराब के लिए पैसे न देने पर कलयुगी बेटों ने 55 साल के दिव्यांग पिता को पीट-पीटकर उतारा मौत के घाट, 24 घंटे में दोनों हैवान बेटे गिरफ्तार

Kalyugi sons beat disabled father to death for not giving money for liquor mother complained both the brutes arrested within 24 hours

शराब के लिए पैसे न देने पर कलयुगी बेटों ने 55 साल के दिव्यांग पिता को पीट-पीटकर उतारा मौत के घाट, 24 घंटे में दोनों हैवान बेटे गिरफ्तार

दुर्ग : दुर्ग जिले में दिव्यांग पिता की हत्या दो नशेड़ी बेटों द्वारा करने का मामला सामने आया है. उतई थाना क्षेत्र ग्राम परेवाडीह में शनिवार रात को दो युवकों ने अपने ही दिव्यांग पिता की जान ले ली. खबर मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों आरोपी बेटों को गिरफ्तार कर लिया. दोनों आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर पुलिस आगे की कार्रवाई कर रही है. यह मामला उतई थाना क्षेत्र के परेवाडीह गांव का है.
मिली जानकारी के मुताबिक उतई थाना क्षेत्र ग्राम परेवाडीह में शशि कुमार ठाकुर उम्र 30 साल और छोटे भाई दशरथ लाल उम्र 25 साल अपने दिव्यांग पिता भागवत सिंह ठाकुर उम्र 55 साल और मां अंकलहिन बाई ठाकुर के साथ रहते हैं. दोनों बेटे शराब के आदी हैं. शनिवार को रात करीब 10 बजे दोनों आरोपी शराब पीकर घर पहुंचे थे और आपस में विवाद शुरु कर दिया. कुछ समय बाद दोनों के बीच मारपीट शुरु हो गई. दोनों की मां अंकलहिन बाई ठाकुर ने उन्हें छुड़ाने की कोशिश की तो आरोपितों ने उसकी भी पिटाई कर दी.
नशे में मारपीट कर रहे दोनों कलयुगी बेटों के बीच बीच बचाव के लिए गए पिता को दोनों ने जमीन पर पटक दिया और उसके ऊपर चढ़कर दबा दिया. दोनों आरोपी काफी देर तक अपने पिता के ऊपर ही बैठे रहे. मां ने दोनों बेटों को हटाने की कोशिश की. लेकिन आरोपियों ने मां को धक्का देकर भगा दिया. इस बीच लगातार दबे होने से पिता की मौत हो गई.
ग्राम परेवाडीह निवासी आरोपी शशि ठाकुर और दशरथ ठाकुर ने रात को अपने पिता भगवान सिंह ठाकुर की हत्या कर दी. घटना की शिकायत पर उतई थाना की पुलिस मौके पर पहुंची और आरोपितों को हिरासत में लिया है. : विपिन रंगारी, टीआई, उतई थाना
उतई थाना में पुलिस ने दोनों कलयुगी बेटों के खिलाफ हत्या की धाराओं के तहत केस दर्ज किया है. दोनों के खिलाफ पुलिस आगे की कार्रवाई कर रही है. मृतक भगवान सिंह के दोनों पैर कुछ साल पहले ट्रेन की चपेट में आने से कट गए थे. उसके बाद से वह घर पर ही रहते थे. जबकि आरोपियों की मां मजदूरी करने के लिए जाती थी.
उक्त कार्यवाही में थाना प्रभारी उतई निरीक्षक विपिन रंगारी, उप निरीक्षक कमल सिंह सेंगर, एएसआई नेमन सिंह साहू, प्रधान आरक्षक नेमु प्रसाद साहू, आरक्षक डोमनिक किस्पोट्टा, कृष्णा बंजारे, धु्रव नारायण चन्द्राकर, अंकित सिंह, दुष्यंत लहरे एवं डायल 112 का चालक धीरज साहू की सराहनीय भूमिका रही.
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