झारखंड में गठबंधन ने बरकरार रखी सत्ता, बीजेपी के दिग्गजों को मात देकर INDIA के नेता चुने गए हेमंत सोरेन, 28 नवंबर को लेंगे शपथ
Alliance retained power in Jharkhand Hemant Soren elected leader of INDIA by defeating BJP stalwarts will take oath on November 28
रांची : इंडिया गठबंधन की बैठक रांची में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की आवास पर हुई. बैठक में गठबंधन में शामिल सभी दलों के नवनिर्वाचित विधायक शामिल हुए. शाम 4 बजे हेमंत सोरेन राज्यपाल से मुलाकात की. इस्तीफा देने के बाद हेमंत सोरेन सरकार बनाने का दावा पेश किया. झारखंड चुनाव में गठबंधन को 56 सीटों पर जीत मिली है.
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने रविवार शाम चार बजे राजभवन पहुंचकर राज्यपाल संतोष गंगवार को इस्तीफा सौंप दिया. इसके साथ ही विधानसभा चुनाव परिणाम के बाद हेमंत सोरेन ने राज्यपाल के सामने नई सरकार बनाने का दावा पेश किया. राज्यपाल ने उनके आग्रह को स्वीकार करते हुए नई सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया. 28 नवंबर को राज्य के 14वें मुख्यमंत्री के रूप में हेंमत सोरेन चौथी बार शपथ लेंगे. इसके साथ ही झारखंड में नई सरकार का गठन होगा. हेमंत सोरेन के नेतृत्व में राज्य में विकास कार्यों को गति मिलने की उम्मीद है.
झारखंड विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के प्रदर्शन पर पार्टी के झारखंड प्रभारी गुलाम अहमद मीर ने कहा कि कांग्रेस को लेकर अफवाह फैलाने वालों को जनता ने जवाब दे दिया है. कांग्रेस को मिले जनादेश को उन्होंने सम्मानजनक बताया है. हालांकि उन्होंने माना कि पार्टी को इससे ज्यादा सीटें मिलने की उम्मीद थी. गुलाम अहमद मीर ने कहा कि कांग्रेस को मिली सीटें कम नहीं हैं. क्योंकि भाजपा सिर्फ कांग्रेस से ही लड़ रही थी. उन्होंने कहा कि कई और दल भी थे जो कांग्रेस के खिलाफ चुनाव लड़ रहे थे.
झारखंड चुनाव में जेएमएम की जीत पर पार्टी नेता मनोज पांडेय ने कहा कि जनता ने हेमंत सोरेन को बेवजह जेल भेजने का बदला ले लिया है. पांडेय ने कल्पना सोरेन का जिक्र करते हुए कहा कि जनता ने उनके आंसुओं का भी हिसाब ले लिया है.
इंडिया गठबंधन के लिए झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) ने सबसे ज्यादा 34 सीटों पर जीत दर्ज की है. जबकि इंडिया गठबंधन को राज्य की 81 सीटों में से 56 सीटों पर विजय मिली है. वहीं एनडीए को 24 सीटों पर विजय मिली है.
झारखंड में बीजेपी की तरफ से ख़ुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा, केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव जैसे नेताओं ने प्रचार किया था.
बिनय कुमार का मानना है कि "हेमंत सोरेन झारखंड के लोगों तक यह संदेश पहुंचाने में कामयाब रहे कि अगर बीजेपी की जीत होती है तो राज्य का शासन दिल्ली से चलेगा. झारखंड के आदिवासी स्वभाव से ही विद्रोही होते हैं. उन्हें यह स्वीकार नहीं था कि राज्य का शासन दिल्ली से चले."
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में महायुति एक बार फिर से सरकार बनाने में कामयाब हुई है. राज्य में बीजेपी को 132, शिवसेना को 57 और एनसीपी को 41 सीटों पर जीत हासिल हुई है. जबकि दूसरी तरफ महा विकास अघाडी को करारी हार का सामना करना पड़ा है. महाराष्ट्र में कांग्रेस पार्टी को 16, एनसीपी शरद पवार को 10 और शिवसेना यूबीटी को 20 सीटें हासिल हुई हैं. राज्य में सपा भी दो सीटें जीतने में कामयाब रही है. इसके अलावा निर्दलीय और अन्य दलों को 10 सीटें मिली हैं.
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