इंसानी भावनाओं को समझ सकता है रोबोट, रिएक्ट भी कर सकता है...
बीजिंग : आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के चलते रोबोट्स को इंसानों के काफी करीब पहुंचाया जा चुका है। हालांकि अब वो भी हो रहा है, जिनकी हमने कल्पना भी नहीं की थी। दुनिया का पहला ऐसा रोबोट बनाया जा चुका है,
- चीन ने अपने नए आविष्कार से मचा रखा है तहलका
बीजिंग : आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के चलते रोबोट्स को इंसानों के काफी करीब पहुंचाया जा चुका है। हालांकि अब वो भी हो रहा है, जिनकी हमने कल्पना भी नहीं की थी। दुनिया का पहला ऐसा रोबोट बनाया जा चुका है, जिसे लेकर दावा किया जा रहा है कि वो इंसानी भावनाओं को समझ सकता है और उसके मुताबिक रिएक्ट भी कर सकता है।
ये काम अपने ही पड़ोसी देश चीन के वैज्ञानिकों ने कर दिखाया है। चीन ने अपने नए आविष्कार से तहलका मचा रखा है। उसने गुआनगुआ नं 1 नाम का रोबोट बनाया है, जो सिर्फ मशीन नहीं है बल्कि इंसान के दुख-दर्द में उसके साथ भी रह सकता है। इसे वर्ल्ड आर्टिफिशियल इंटेलीलेंस कान्फ्रेंस में पेश किया गया। फुडान यूनिवर्सिटी की ओर से बनाए गए इस रोबोट की खासियत ये है कि इंसानों की भावनाओं को पहचानकर वैसी ही प्रतिक्रिया दे सकता है। इसके अंदर चार भावनाएं हैं – खुशी, गुस्सा, दुख और आनंद।
इस मशीन को बनाने वालों का दावा है कि ये बुजुर्गों के लिए बहुत फायदेमंद है। फुडान यूनिवर्सिटी के डिप्टी डीन गान झोनगक्यू ने बताया कि बुजर्गों की सेवा और उनका ध्यान रखने के लिए ये ह्यूमेनॉइड रोबोट बनाया गया है, जो सेहत का साथी होगा। ये न सिर्फ उनकी शारीरिक ज़रूरतों बल्कि मानसिक और भावनात्मक स्वास्थ्य का भी ध्यान रखेगा।
इमोशनल इंटेलिजेंस वाले इस रोबोट को देखकर लोग हैरान हो रहे हैं। बता दें कि एक वक्त था, जब छोटे-बड़े सारे काम के लिए इंसानों पर ही निर्भर होना पड़ता था। विज्ञान की प्रगति के साथ-साथ हमारा परिचय रोबोट्स से हुआ, जो फटाफट काम निपटा सकते हैं। यही वजह है कि हर इंडस्ट्री में इन्हें इस्तेमाल किया जा रहा है। इनके आने से हमें बहुत से फायदे भी हुए हैं और बहुत से नुकसान भी। हालांकि अब भी कई चीज़ें ऐसी हैं, जो रोबोट नहीं कर सकते लेकिन इंसान कर सकते हैं।(एजेंसी)