जशपुर जिला में नशे में टून्न प्रधानपाठक रायफल लेकर पहुंचा स्कूल, महिला प्राचार्य को धमकाया, वीडियो वायरल के बाद सस्पेंड

In Jashpur district a drunk principal reached the school with a rifle threatened the female principal suspended after the video went viral

जशपुर जिला में नशे में टून्न प्रधानपाठक रायफल लेकर पहुंचा स्कूल, महिला प्राचार्य को धमकाया, वीडियो वायरल के बाद सस्पेंड

सूरजपुर : छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव से के गृह जिला सूरजपुर में हैरान कर देने वाला मामला सामने आया. जहां प्रधानपाठक  सुशील कुमार कौशिक शराब के नशे में रायफल लेकर स्कूल पहुंचा और महिला प्राचार्य को धमकाने लगा. इसका वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हाे गया. जिसके बाद प्रधानपाठक सुशील कुमार कौशिक को सस्पेंड कर दिया गया. यह मामला प्रतापपुर ब्लॉक के शासकीय हाई स्कूल बरबसपुर का है.
बताया जा रहा कि यह घटना 21 नवंबर को प्रतापपुर ब्लॉक के शासकीय हाई स्कूल बरबसपुर की स्कूल के एक शिक्षक ने प्रधानपाठक का वीडियो बनाया. वायरल वीडियो में प्रधानपाठक सुशील कुमार धौंस दिखाते नजर आ रहा है.
 मामले की जांच में प्रधानपाठक को उच्चाधिकारियों के आदेशों की अवहेलना करने, नशे की हालत में स्कूल आने, शिक्षकीय कर्तव्यों के विपरित कार्य करने और अनुशासनहीनता का कृत्य छत्तीसगढ़ सिविल सेवा आचरण नियम 1965 के नियम 3 के उल्लंघन का प्रथम दृष्टया दोषी पाया गया. सुशील कुमार कौशिक प्रधानपाठक मुसलमान पारा बरबसपुर विकासखंड प्रतापपुर को सस्पेंड कर दिया गया है. निलंबन अवधि में इनका मुख्यालय विकासखंड शिक्षा कार्यालय प्रेमनगर जिला सूरजपुर निर्धारित किया गया है.
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ग्रामीणों ने बताया कि राइफल लेकर हाईस्कूल में घुसा शासकीय प्राथमिक शाला का प्रधानपाठक बरबसपुर का ही रहने वाला है. इसलिए पूरे गांव पर रौब झाड़ते हुए कहता है कि मैं स्कूल में पढ़ाने जाऊं या न जाऊं मेरा कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता.
प्रधानपाठक आदतन शराबी है. बच्चों को पढ़ाने में उसकी कोई दिलचस्पी नहीं है. प्राथमिक शाला से वह लगातार गैरहाजिर रहता था. गाहेबगाहे स्कूल में आता भी था तो नशे में चूर होकर ही आता था. बच्चों को पढ़ाने के बजाए उन्हें धमकी देकर स्कूल से नौ दो ग्यारह हो जाता था.
इधर हाईस्कूल की महिला प्राचार्य जिनके ऊपर संकुल प्राचार्य होने के नाते प्रधानपाठक की पदस्थापना वाली प्राथमिक शाला के प्रबंधन की जिम्मेदारी भी थी. वे प्रधानपाठक के स्कूल न आने पर उसे गैरहाजिर कर देती थी. इसकी वजह से प्रधानपाठक को वेतन मिलने में दिक्कत होने लगती थी. इसी बात से नाराज होकर प्रधानपाठक भरमार लेकर प्राचार्य को धमकाने के लिए स्कूल में घुस गया था.
मामले में विकासखंड शिक्षा अधिकारी मुन्नू सिंह धुर्वे ने बताया कि प्रधानपाठक को तत्काल प्रभाव से निलंबित करते हुए उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराने उच्चाधिकारियों को पत्र भेजकर अनुमति मांगी गई है.
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