गंगरेल बांध का खोला गया गेट, बारिश से बहे युवक का दो घंटे बाद मिला शव, 6 जिलों के लिए रेड और 5 मेंऑरेंज अलर्ट जारी, बिजली गिरने से एक युवक की मौत
Gate of Gangrel Dam opened dead body of youth found washed away by rain two hours later red alert issued for 6 districts and orange alert issued in 5 one youth died due to lightning
धमतरी : धमतरी जिला के पर्यटन स्थल गंगरेल बांध में जल स्तर ज्यादा होने की वजह से आज 11 बजे गेटों को खोला गया. आसपास के ग्रामीणों को नदी के किनारे और जानवरों को नदी के किनारे न जाने के लिए अलर्ट किया गया है. अभी कुछ दिनों रुक-रुक कर बारिश होने के कारण गंगरेल बांध की जल स्तर बढ़ने की वजह से कुछ गेटों को खोला गया.
रायपुर : छत्तीसगढ़ में मौसम इन दोनों अजीब सा खेल खेल रही है. दोपहर में भारी गर्मी और शाम के बाद तेज बारिश इस तेज बारिश के चलते रायपुर आज जल मग्न हो गया है. इसका मुख्य कारण है लगातार बारिश का होना और आज भी मौसम विभाग ने प्रदेश के तमाम जिलों में तेज बारिश की संभावना जताई है. सुबह से ही आज रायपुर में हल्की-हल्की बारिश हो रही है. मौसम विभाग का कहना है कि शाम तक तेज बारिश रायपुर में हो सकती है. वहीं आज हुई भारी बारिश से शहर के मुख्य चौराहे जलमग्न हो चुके हैं. चाहे शास्त्री बाजार हो, या घड़ी चौक, कालीबाड़ी, संतोषी नगर या पचपेड़ी नाका इन तमाम बड़ी जगह पर जल भराव की स्थिति पैदा हो गई है. जिससे यातायात काफी प्रभावित है.
बारिश से बहे युवक का दो घंटे बाद मिला शव
भिलाई : सोमवार को तेज बारिश के कारण सुपेला घड़ी चौक के नजदीक नाले के बहाव में बहने से शख्स की मौत हो गई. बारिश की वजह से पानी भरा हुआ था और शख्स को नाले का अंदाजा ही नहीं हुआ. देखते ही देखते वह बह गया. मौके पर मौजूद कुछ लोगों ने उसे निकालने का प्रयास किया लेकिन वह हाथ नहीं आया.
इस हादसे के बाद पानी के बहाव की वजह से 25-26 साल के शख्स का कुछ पता नहीं चला. बहाव कम होने के बाद दूसरी छोर से शख्स को निकाला गया. लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी. सुपेला घड़ी चौक पर हाइवे किनारे लक्ष्मी मेडिकल स्टोर्स के सामने बह रहे नाले में सोमवार शाम को तेज बारिश की वजह से उफान आ गया.
देखते ही देखते सड़क पर पानी भर गया. भारी बारिश के बाद भी लोग निकल रहे थे. इस दौरान एक शख्स गहरे नाले में समा गया और तेज बहाव में बह गया. बहाव इतना तेज था कि मौके पर मौजूद लोग प्रयास करने के बाद भी उसे निकाल नहीं पाए. काफी तलाश के बाद भी शख्स का पता नहीं चला. करीब एक घंटे से भी ज्यादा देर के बाद जब बहाव थोड़ा कम हुआ तो शख्स दिखा. आसपास जमा लोगों ने उसे बाहर निकाला लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी.
भिलाई नगर सीएसपी सत्यप्रकाश तिवारी ने बताया कि राहगीरों से युवक के नाले में बहने की सूचना मिली. बताया गया कि सुपेला चौक में अज्ञात व्यक्ति नाले में बह गया, उसे बचाने की कोशिश की गई लेकिन वह बहते हुए आगे निकल गया. इस सूचना पर पुलिस की टीम मौके पर पहुंची. बारिश जैसे ही थोड़ी कम हुई, नाले का पानी उतरने के बाद उस व्यक्ति का शव 200 मीटर आगे नाले में जाली में फंसा हुआ मिला. मृतक की पहचान नहीं हुई है. सुपेला अस्पताल में पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है। सुपेला थाना प्रभारी राजेश मिश्रा अपनी पूरी टीम के साथ युवक की तलाश में लगे थे.
तेज बारिश के चलते नदी-नाले उफान पर हैं। टार्च लेकर देखने पर भी यह समझ नहीं आ रहा था कि उसमें कोई गिरा है या नहीं. करीब एक घंटे बाद जब बारिश कम हुई और नाले के पानी का लेबल कम हुआ तो पुलिस ने तलाशी अभियान तेज किया.
सुपेला चौक से करीब 200 मीटर आगे लक्ष्मी मेडिकल स्टोर के सामने एक चेंबर के जाल में उसका शव देखा गया. इसके बाद बड़ी मुश्किल से शव को नाले से बाहर निकाला गया. पुलिस ने शव को सुपेला स्थित लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल की मॉर्चुरी में रखवा दिया.
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18 साल बाद खैरागढ़ मे बाढ़ का मंजर, चार से ज्यादा वार्डो मे भरा पानी
खैरागढ़ : जिला मुख्यालय खैरागढ़ मे सोमवार शाम से जारी लगातार बारिश का कहर मंगलवार सुबह से देखने को मिला है. खैरागढ़ शहर 18 साल बाद फिर बाढ़ की चपेट में आ गया है. जोरदार बारिश के बाद आमनेर नदी का जल स्तर बढ़ने के चलते शहर का सबसे महत्वपूर्ण इलाका इतवारी बाजार सहित धरम पुरा अम्बेडकर वार्ड बाढ़ में डूब गया है. मंगलवार सुबह से शहर में पानी भरना शुरु हुआ. इस दौरान हड़कंप मच गया. लोग अल सुबह से दुकान मकान खाली करने जुट गए. देखते-देखते जल स्तर बढ़ने से मुसीबत भी बढ़ गई. स्थानीय प्रशासन, नगर पालिका अलर्ट हुई. निचली बस्तियों को खाली कराने काम जारी है. बाढ़ के चलते खैरागढ़ का राजनांदगांव, दुर्ग, रायपुर सड़क मार्ग संपर्क टूट गया है. बड़ी तादाद में वाहन जगह जगह फंसे है.
एस डी एम टंकेश्वर् साहू ने बताया कि प्रशासनिक अमला फील्ड पर है. व्यवस्था बना रहे है. मुनादी करा कर निचली बस्तियों को खाली कराया जा रहा है.
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6 जिलों के लिए रेड और 5 मेंऑरेंज अलर्ट जारी
छत्तीसगढ में झमाझम बारिश का दौर चल रहा है. सोमवार को दिन भर रुक-रुककर और पूरी रात लगातार बारिश हुई. तेज बरसात की वजह से प्रदेश की कई सड़के, तालाब, नाहर जलमग्न हो गई. वहीं, मोहल्ले, बस्तियों में पानी भराव की वजह से लोागों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है.
रायपुर मौसम विभाग ने बीजापुर, नाराणपुर, कांकेर, बालोद, धमतरी, गरियाबंद के लिए रेड अलर्ट जारी किया है. इन जिलों में आंधी-तूफान और गरज-चमक के साथ मूसलाधार बारिश हो सकती है.
मौसम विभाग ने महासमुंद, राजनांदगांव, कोंडागांव, बस्तर, दंतेवाड़ा के लिए ऑरेंज अलर्ट के साथ वेरी हैवी रेन की चेतावनी जारी की है. इन जिलों में गरज-चमक के साथ तेज बारिश हो सकती है.
मौसम विभाग ने बताया, उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी पर स्थित गहन अवदाब क्षेत्र के प्रभाव में है। 9 सितंबर को दक्षिण व मध्य छत्तीसगढ़ में एक-दो स्थानों पर बहुत भारी से अति भारी वर्षा कई इलाकों में हुई.
10 सितंबर (आज) को छत्तीसगढ़ में एक-दो स्थानों पर भारी वर्षा होने की संभावना है. 11 सितंबर से प्रदेश में वर्षा की गतिविधियों में गिरावट होने की संभावना है. प्रदेश में मानसून की सक्रियता सामान्य से ज्यादा रही. प्रदेश में ज्यादातर स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा दर्ज की गयी. 3 स्थानों पर अति भारी वर्षा, 13 स्थानों पर बहुत भारी वर्षा और 19 स्थानों पर भारी वर्षा दर्ज की गयी.
सर्वाधिक वर्षा स्टेशन भैरमगढ़ (जिला बीजापुर) में 21 cm दर्ज की गयी। प्रदेश के बस्तर संभाग में अधिकतम तापमान सामान्य से कम रहे, बिलासपुर, रायपुर व सरगुजा संभागों में अधिकतम तापमान सामान्य से उल्लेखनीय ज्यादा और बाकी सभी संभागों में अधिकतम तापमान सामान्य से ज्यादा रहे. प्रदेश में सर्वाधिक अधिकतम तापमान 35.1°C AWS मुंगेली में तथा सबसे कम न्यूनतम तापमान 19.3°C AWS नारायणपुर में दर्ज किया गया.
ऑरेंज अलर्ट
ऑरेंज अलर्ट-तैयार रहें, मौसम विभाग जब ऑरेंज अलर्ट जारी करता है, तो इसका मतलब होता है कि मौसम की मांग है कि अब आप और खराब मौसम के लिए तैयार हो जाएं. जब मौसम इस तरह की करवट लेता है. जिसका असर जनजीवन पर पड़ सकता है. तब ये अलर्ट जारी किया जाता है. खराब मौसम के लिए आपको अपनी यात्राओं, कामकाज या स्कूली बच्चों के लिए आवागमन के बारे में तैयारी रखने की ज़रूरत होती है.
रेड अलर्ट
रेड अलर्ट-एक्शन का वक्तहालांकि बेहद गंभीर स्थितियों में रेड अलर्ट जारी किया जाता है. इसलिए यह कम ही होता है. फिर भी, रेड अलर्ट का मतलब होता है कि जान माल की सुरक्षा का समय आ चुका है. अक्सर इस अलर्ट के बाद खतरे के ज़ोन में रहने वाले लोगों को सुरक्षित जगहों पर ले जाया जाता है.
मौसम के मुताबिक सुरक्षा के इंतज़ाम किए जाते हैं. जैसे गर्मी के मौसम में अगर रेड अलर्ट जारी हो तो आपको घर से बाहर नहीं निकलने और ज़रूरी इंतज़ाम करने की हिदायत होती है. इसी तरह,बारिश के मौसम में अगर ये अलर्ट जारी हो तो इसका साफ संकेत होता है बाढ़, तूफान या नुकसानदेह बारिश की चेतावनी है इसलिए ज़रूरी इंतज़ाम करें. रेड अलर्ट के समय सामान्य जनजीवन के लिए खतरे को भांपते हुए अक्सर पब्लिक ट्रांसपोर्ट, स्कूल संचालन जैसे नियमित कामकाज बंद किए जा सकते हैं.
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जांजगीर चांपा : आकाशी बिजली गिरने से शिवलाल सारथी पिता विशाल सारथी उम्र 50 साल ग्राम पंतोरा ब्लॉक बलोदा जिला जांजगीर चांपा एक युवक के साथ गाय चराने पंतोरा के जंगल में गया था.
इसी बीच अचानक आकाशीय बिजली चमकने की आवाज आई पेड़ के नीचे शिवलाल सारथी खड़ा हुआ था. आकाशीय बिजली गिरने से शिवलाल सारथी की वहीं पर मौत हो गई और दूसरे व्यक्ति ने ग्राम पंचायत में जाकर सभी ग्राम वासियों को बताया कि आकाशीय बिजली गिरने से शिवलाल सारथी की मौत हो गई.
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दामिनी एप्प करेगा आकाशीय बिजली से अलर्ट, आज ही यहां से करें डाउनलोड
रायपुर : आकाशीय बिजली घटित होने के कारण जन एवं पशु हानि की घटनाओं से निपटने के लिए भारत सरकार द्वारा दामिनी एप्प विकसित किया गया है. इस मोबाइल एप्प से आकाशीय बिजली घटित होने की पूर्वानुमान (20 से 31 किलोमीटर का दायरा), आवश्यक तैयारी और उपाय की जानकारी ली जा सकती है. जिले में आकाशीय बिजली गिरने से जन एवं पशु हानि की बढ़ती घटना को दृष्टिगत रखते हुए शासन ने सभी विभाग प्रमुखो एवं मैदानी अमलों को दामिनी एप्प डाउनलोड करने के निर्देश दिए हैं. इसके साथ ही ज्यादा से ज्यादा लोगों को इस एप्प को डाउनलोड करने की अपील की है.
दामिनी एप्प को गूगल प्ले स्टोर के से किसी भी एंड्रॉइड मोबाईल पर आसानी से डाउनलोड किया जा सकता है. इसके साथ ही मेघदूत एप्प तापमान, वर्षा की स्थिति, हवा की गति एवं दिशा से सम्बंधित है जिससे किसान अपने क्षेत्र की मौसम से संबंधित पूर्वानुमान की जानकारी ले सकते हैं.
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