हाथी दल पहुंचा नर्मदापुर, जान बचाकर भागा परिवार, झोपड़ी व फसल तबाह

छत्तीसगढ़ संवाददाता मैनपाट, 7 मार्च। मैनपाट में लंबे समय बाद हाथियों ने एक बार फिर से धावा बोल उत्पात मचाना शुरू कर दिया है। बुधवार की रात ग्राम नर्मदापुर में अचानक हाथियों का दल पहुंच गया और चिंघाड़ लगाई तो ग्रामीण, कोरवा परिवार बच्चों के साथ भाग खड़े हुए। हाथियों के जंगल की ओर जाने के बाद गुरुवार को सुबह ग्रामीण जब बस्ती में वापस लौटे तो तबाही का नजारा देख और ज्यादा परेशान हो गए। हाथियों ने खेत के समीप बने झोपड़ी को तहस नहस कर दिया था, वहीं गेहूं की फसल भी तबाह हुई थी। मौजूदा समय में गेंहंू की फसल में दाने पकने शुरू हो रहे हैं, जिससे फसल की तबाही ने चिंता बढ़ा दी है। बताया जा रहा है कि बुधवार की रात करीब 8 बजे दो हाथी सबसे पहले ग्राम बरीमा, अरंग में फसल को नुकसान पहुंचाते हुए ग्राम नर्मदापुर में प्रवेश किया और दुमु कोरवा नामक ग्रामीण की झोपड़ी उजाड़ फसल को भी नुकसान पहुंचाया। जिस बस्ती में हाथियों ने झोपड़ी उजाड़ा, उस बस्ती में काफी कम आबादी है, और दूरी - दूरी पर घर है। वन विभाग के मैदानी अमले के द्वारा ग्रामीणों में हाथियों से दूर रहने की सलाह दी जा रही है। हाथी गांव से लगे जंगल में डटे हुए हैं।

हाथी दल पहुंचा नर्मदापुर, जान बचाकर भागा परिवार, झोपड़ी व फसल तबाह
छत्तीसगढ़ संवाददाता मैनपाट, 7 मार्च। मैनपाट में लंबे समय बाद हाथियों ने एक बार फिर से धावा बोल उत्पात मचाना शुरू कर दिया है। बुधवार की रात ग्राम नर्मदापुर में अचानक हाथियों का दल पहुंच गया और चिंघाड़ लगाई तो ग्रामीण, कोरवा परिवार बच्चों के साथ भाग खड़े हुए। हाथियों के जंगल की ओर जाने के बाद गुरुवार को सुबह ग्रामीण जब बस्ती में वापस लौटे तो तबाही का नजारा देख और ज्यादा परेशान हो गए। हाथियों ने खेत के समीप बने झोपड़ी को तहस नहस कर दिया था, वहीं गेहूं की फसल भी तबाह हुई थी। मौजूदा समय में गेंहंू की फसल में दाने पकने शुरू हो रहे हैं, जिससे फसल की तबाही ने चिंता बढ़ा दी है। बताया जा रहा है कि बुधवार की रात करीब 8 बजे दो हाथी सबसे पहले ग्राम बरीमा, अरंग में फसल को नुकसान पहुंचाते हुए ग्राम नर्मदापुर में प्रवेश किया और दुमु कोरवा नामक ग्रामीण की झोपड़ी उजाड़ फसल को भी नुकसान पहुंचाया। जिस बस्ती में हाथियों ने झोपड़ी उजाड़ा, उस बस्ती में काफी कम आबादी है, और दूरी - दूरी पर घर है। वन विभाग के मैदानी अमले के द्वारा ग्रामीणों में हाथियों से दूर रहने की सलाह दी जा रही है। हाथी गांव से लगे जंगल में डटे हुए हैं।