Phonepe पर आए फ्री गिफ्ट कार्ड के लिंक पर क्लिक करते ही कटने लगा पैसा...

Phonepe Fraud : साइबर ठगों से बचने की कितनी भी कोशिश की जाए, कोई न कोई गलत हो ही जाती है. यह मामला है यूपी के सोनभद्र जिले का जहां एक युवक के खाते से तब पैसे उड़ गए,

Phonepe पर आए फ्री गिफ्ट कार्ड के लिंक पर क्लिक करते ही कटने लगा पैसा...

Phonepe Fraud : साइबर ठगों से बचने की कितनी भी कोशिश की जाए, कोई न कोई गलत हो ही जाती है. यह मामला है यूपी के सोनभद्र जिले का जहां एक युवक के खाते से तब पैसे उड़ गए, जब उसने भुगतान ऐप फोनपे पर आए एक फ्री गिफ्ट कार्ड के लिंक पर क्लिक किया. ‘तू डाल-डाल मैं पात-पात’ यह कहावत बनाई तो पता नहीं किसके लिए गई थी, लेकिन लागू हो रही साइबर ठगों पर.

आम आदमी और सिस्‍टम इन ठगों से बचने की लाख कोशिश करते हैं और ये ठगी के करोड़ों तरीके निकाल लेते हैं. हालिया मामला सोनभद्र जिले का है, जहां एक युवक के साथ अनोखी साइबर ठगी हुई है. युवक का कहना है कि वह डिजिटल भुगतान ऐप फोनपे (Phonepay) पर अपना बैलेंस चेक कर रहा था, तभी ऐप पर ही एक मैसेज आया और जैसे ही क्लिक किया, खाते से धड़ाधड़ पैसे कटने शुरू हो गए और ताबड़तोड़ 5 बार में हजारों रुपये उड़ गए.

यूपी के सोनभद्र जिले के विण्‍ढ़मगंज थाने में दी शिकायत में पीडि़त युवक सुधीर कुमार ने बताया कि वह 3 अगस्‍त, 2021 को अपने फोनपे ऐप पर बैलेंस आदि चेक कर रहा था. तभी ऐप के होम स्‍क्रीन पर फ्री गिफ्ट कार्ड का मैसेज आया. युवक ने कौतूहलवश उस लिंक पर क्लिक किया और चमत्‍कार हो गया. उसके खाते से पहले 1,969 रुपये कटे. थोड़ी देर बाद 1,721 रुपये, फिर 1,721 रुपये और थोड़ी देर बाद फिर 1,208 रुपये कट गए. अगले दिन यानी 4 अगस्‍त को भी युवक के खाते से 910 रुपये उड़ा लिए. इस तरह 5 बार में कुल 7,529 रुपये कट गए.

ऑनलाइन की शिकायत पर…

पीडि़त का कहना है कि उसने अपने साथ हुए फ्रॉड की जानकारी बैंक को दी, लेकिन 3 साल तक कोई कार्रवाई नहीं हुई. पुलिस में भी ऑनलाइन शिकायत दर्ज कराई थी, लेकिन लंबे समय तक कोई कार्रवाई नहीं हुई. आखिर में 12 मई 2024 को सुधीर को थाने बुलाया गया और उसकी एफआईआर दर्ज की गई, जिसमें युवक ने पूरी घटना का विवरण दिया.

होल्‍ड कर दी फ्रॉड की रकम

युवक ने जब फ्रॉड की ऑनलाइन शिकायत की थी, तब इस रकम को ट्रेस करके होल्ड करा दिया गया था. लेकिन रकम सही व्यक्ति को तभी मिलती है जब एफआईआर कराई जाती. लिहाजा सरकारी निर्देश पर ऐसी रकम वापस दिलाने के लिए एफआईआर कराई गई. यही वजह है कि 3 साल बाद पुलिस ने साइबर सेल में युवक का मामला दर्ज किया है.

अब वापस मिलेंगे पैसे

पुलिस का कहना है कि फ्रॉड की रकम को ट्रेस तो 3 साल पहले ही कर लिया गया था, उसे पीडि़त तक पहुंचाने के लिए एफआईआर की कॉपी होना जरूरी है. अब साइबर सेल में मामला दर्ज कर लिया गया है तो जल्‍द ही पैसे वापस दिलाने की कोशिश रहेगी. युवक को भी अब उम्‍मीद बंधी है कि देर से ही सही, आखिर उसका पैसा वापस आ जाएगा.(एजेंसी)