दीक्षांत समारोह में पहुंचे उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, बोले- नये भारत में युवाओं के लिए धरती से लेकर आकाश तक कामयाबी के असीमित अवसर
Vice President Jagdeep Dhankhar arrived at the convocation ceremony, said- In the new India, there are unlimited opportunities for success for the youth from the earth to the sky

बिलासपुर : गुरुघासीदास सेंट्रल यूनिवर्सिटी के दीक्षांत समारोह के कार्यक्रम में मुख्य अतिथि उप राष्ट्रपति जगदीश धनकड़ बिलासपुर पहुंचे, राज्यपाल रमेन डेका, मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, केंद्रीय मंत्री तोखन साहू, उप मुख्यमंत्री अरुण साव और स्थानीय विधायक सुशांत शुक्ला उनके अगुवानी करने के लिए पहुंच गए थे. हेलीकॉप्टर से उतरते ही सभी ने उनका आत्मीय स्वागत किया.
धनकड़ ने सभी का अभिवादन स्वीकार किया और कुशलक्षेम पूछा. इसके बाद वे कार्यक्रम स्थल की बढ़े और बीच में यूनिवर्सिटी कैंपस में पौधे रोपे. फिर सभी अतिथि मंच पर आए और विधिवत दीक्षांत समारोह शुरु हुआ. पहले कुलपति ने स्वागत भाषण दिया फिर राज्यपाल और मुख्यमंत्री समेत अतिथियों ने अपनी बात रखी. कार्यक्रम के अंत में उप राष्ट्रपति जगदीश धनकड़ को बोलने के लिए आमंत्रित किया गया. धनकड़ ने छात्रों और शोधार्थियों का उत्साहवर्धन करने के लिए करीब 40 मिनट का उद्बोधन दिया. इसके बाद बाद वे दिल्ली वापस जाने के लिए निकल गए. अपने साथ राज्यपाल रमेन डेका और केंद्रीय मंत्री तोखन साहू को भी अपने साथ ले गए.
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ बुधवार को गुरु घासीदास सेंट्रल यूनिवर्सिटी बिलासपुर के 11वें दीक्षांत समारोह में शामिल हुए. उनके साथ सीएम विष्णुदेव साय, राज्यपाल रामन डेका सहित अन्य अतिथि भी शामिल रहे.
समारोह में सत्र 2022-23 के 78 एवं सत्र 2023-24 के प्रावीण्य सूची में प्रथम स्थान हासिल करने वाले 77 विद्यार्थियों को विश्वविद्यालय स्वर्ण पदक, 9 दानदाता पदक, 1 गुरु घासीदास पदक और 1 कुलाधिपति पदक सहित 85 पदक प्रदान किया गया. इसके साथ ही सत्र 2022-23 एवं सत्र 2023-24 के कुल 122 शोधार्थियों को पीएचडी की उपाधि प्रदान की गई. वहीं 5,859 छात्र-छात्राओं को मंच से डिग्री देने की घोषणा की गई. इसके बाद उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने यूनिवर्सिटी कैंपस में चंदन और रुद्राक्ष का पौधा लगाया.
दीक्षांत समारोह में मुख्य अतिथि की आसंदी से संबोधित करते हुए उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा कि आप सब युवा नए भारत के राजदूत हैं. देश को आपको अपना शत-प्रतिशत देना होगा. कोई भी व्यक्तिगत हित राष्ट्र हित से बढ़कर नहीं है. युवाओं को अपने चारों ओर देखना होगा. सिर्फ सरकारी नौकरियां ही जीवन का लक्ष्य न हो. युवाओं के पास अब नए भारत में धरती से लेकर आकाश तक असीमित अवसर हैं.
उप राष्ट्रपति ने कहा कि बाबा गुरु घासीदास एकता और समानता के प्रतीक थे. हमें उनकी शिक्षाओं और संदेशों का अनुसरण करना चाहिए. उन्होंने युवाओं को बदलते तकनीक से तालमेल बैठते हुए कौशल एवं नवाचार के साथ आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया. उन्होंने कहा कि जीवन में कभी भी असफलता से घबराएं नहीं बल्कि उससे सीख लेते हुए आगे बढ़ें.
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि हमारा भारत विश्व गुरु के रुप में विख्यात रहा है. इसके पीछे नालंदा और तक्षशिला जैसे ज्ञान-विज्ञान से समृद्ध विश्वविद्यालय रहे हैं. छत्तीसगढ़ की युवा शक्ति की प्रदेश ही नहीं देश के नवनिर्माण में भी महत्वपूर्ण भूमिका है. दीक्षांत समारोह छात्र-छात्राओं के लिए सिर्फ एक औपचारिकता मात्र नहीं है. बल्कि यह एक ऐसा अवसर है जो आत्ममंथन, बदलाव और प्रेरणा का प्रतीक है.
उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने गोल्ड मेडल और उपाधि प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को बधाई और शुभकामनाएं दी. समारोह में केंद्रीय आवासन शहरी एवं राज्यमंत्री तोखन साहू, विधायक अमर अग्रवाल, विधायक धरम लाल कौशिक, विधायक धर्मजीत सिंह, सुशांत शुक्ला सहित गुरु घासीदास विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर आलोक चक्रवाल, एआईसीटी के प्रोफेसर टी.जी. सीताराम, राष्ट्रीय शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास के प्रमुख डॉ. अतुल भाई कोठारी सहित शिक्षाविद, अनुसंधानकर्ता और बड़ी संख्या में विद्यार्थी-अभिभावक, जनप्रतिनिधि एवं गणमान्य नागरिक मौजूद थे.
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