आंदोलन करने वाले कॉलोनीवासियों का टेंट उखाड़ने पर बढ़ा विवाद, आंदोलनकारियों की गिरफ्तारी शुरु, कॉलोनी की महिलाओं ने जताया आक्रोश

The dispute escalated over the uprooting of tents of the protesting colony residents, arrests of protesters began, women of the colony expressed anger

आंदोलन करने वाले कॉलोनीवासियों का टेंट उखाड़ने पर बढ़ा विवाद, आंदोलनकारियों की गिरफ्तारी शुरु, कॉलोनी की महिलाओं ने जताया आक्रोश

रायगढ़ : ऐश्वर्यम कॉलोनी में जर्जर सड़क की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे स्थानीय निवासियों और पुलिस के बीच सोमवार को तनाव के हालात बन गए. प्रदर्शनकारियों का कहना है कि वे सालों से सड़क निर्माण की मांग कर रहे हैं. लेकिन प्रशासन उनकी अनदेखी कर रहा है.
मिली जानकारी के मुताबिक एश्वर्यम कालोनी के अलावा आसपास कालोनी सहित गोवर्धनपुर गांव के ग्रामीण यहां की जर्जर सड़क को सुधारने की मांग को लेकर एक लंबे अर्से से ज्ञापन के ज्ञापन सौंपते आ रहे हैं. लेकिन आज तक उनकी समस्या जस की तस बनी हुई है. ऐसे में इस क्षेत्र के लोगों ने रविवार की सुबह से सड़क किनारे टेंट लगाकर शांतिपूर्वक ढंग से धरने में बैठ गए थे.
क्षेत्र के लोगों का यह धरना प्रदर्शन सुबह से रात भर चलता रहा और दुसरे दिन सुबह भी वे अपनी मांग को लेकर बैठ हुए थे. इसी बीच दोपहर में अचानक शहर के चक्रधरनगर, जूटमिल, कोतरा रोड थाना से भारी तादाद में पुलिस जवान के अलावा महिला पुलिस लाठी डंडो से लैस होकर एश्वर्यम कालोनी के पास पहुंचे.
इस दौरान एसडीएम, तहसीलदार और जिला प्रशासन के अन्य अधिकारी भी मौके पर मौजूद रहे. अधिकारियों ने प्रदर्शनकारियों से आंदोलन खत्म करने की अपील की. लेकिन जब आंदोलनकारियों ने इंकार कर दिया तो प्रशासन ने बलपूर्वक उनके टेंट को हटवा दिया.
और कुछ लोगों को सड़क में चक्काजाम करने के आरोप में उठाकर चक्रधर नगर थाने ले गई. इतना ही नही टेंट को उखाडकर वहां लगी कुर्सियों को भी फेंक दिया गया. इस बीच इसका विरोध करने वाली कालोनी की महिलाओं को डराते धमकाते हुए कालोनी के ही अंदर रहने की धमकी दे दी गई. प्रदर्शनकारियों ने प्रशासन पर जबरन दबाव बनाने और उनकी आवाज को दबाने का आरोप लगाया. महिलाओं ने यह भी बताया कि थाना प्रभारी ने कालोनी के नाबालिग बच्चों के साथ भी अभद्र भाषा में बात की.
सालों से अधूरी है सड़क की मांग
स्थानीय निवासियों का कहना है कि ऐश्वर्यम कॉलोनी की सड़कें लंबे समय से जर्जर हालत में हैं. जिससे लोगों को आने-जाने में भारी परेशानी होती है. उन्होंने कहा कि बारिश के दिनों में हालात और बदतर हो जाते हैं. लेकिन प्रशासन उनकी समस्याओं की ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा है. प्रदर्शनकारियों का कहना है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होती। वे आंदोलन जारी रखेंगे.
दिया गया झूठा आश्वासन
महिलाओं ने यह भी बताया कि पिछली बार उन्हें कलेक्टर ने कहा था कि जिसकी जमीन है अगर वह कहे कि इस मार्ग में ट्रक नही चलेगा तो ट्रक नही चलेगा और आज जमीन का मालिक मौके पर पहुंचकर बोला भी इस मार्ग में ट्रक नही चलेगा. लेकिन इसके बावजूद एसडीएम का कहना था कि इस मार्ग में ट्रक चलेगा ही. महिलाओं ने बताया कि जब पुल के नीचे रपटा बन रहा था. तब एसडीएम ने उन्हें आश्वासन दिया था कि रपटा बनने दो फिर बाद में सड़क बनाने की प्रकिया की जाएगी. इस तरह उन्हें झूठा आश्वासन दिया गया.
7 लोगों के खिलाफ हुआ एफआईआर
ट्रेलर ड्राईवर राजेश कुमार यादव की शिकायत के बाद चक्रधर नगर पुलिस ने ऐर्श्वयम कालोनी गोवर्धनपुर के सामने चक्काजाम कर रहे योतिष सोनी, अजय सिंह, नीरज शर्मा, पिताम्बर चैहान ऊर्फ धोनी, राजेन्द्र राय, इन्द्र कुमार मिश्रा, आदित्य झा के खिलाफ धारा 126(2) 191(2) 351(2) के तहत जुर्म दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है.
पुलिस ने टेंट हटाया व जाम खुलवाया, बर्बरता का आरोप गलत-सीएसपी
इस मामले में पुलिस की ओर से सीएसपी आकाश शुक्ला ने बताया कि सड़क में पेड रखकर जाम किया जा रहा था. जिससे कई किलोमीटर तक जाम लग गया था और प्रदर्शनकारियों ने अघोषित रुप से आर्थिक नाकेबंदी कर रखी थी. समझाईश के बावजूद नही मानने की वजह से आखिरकार पुलिस वहां पहुंची और टेंट व अन्य सामान को जब्त करते हुए पेड़ बीच सड़क में रखकर जाम करने वाले लोगों को पुलिस पकड़कर ले गई और उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज किया गया है. उन्होंने कहा कि मौके पर मौजूद महिलाओं व बच्चों के साथ पुलिस की बर्बरता और दुव्र्यवहार का आरोप गलत है.
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