जनपद अध्यक्ष पति की शिकायत करने वाले युवक के खिलाफ मामला दर्ज, सी फॉर्म के बदले 5 हजार रुपए मांगने का आरोप, माली समाज ने दी चेतावनी

Case registered against the youth who complained against the district presidents husband accused of demanding 5 thousand rupees in exchange for C form Mali community gave warning

जनपद अध्यक्ष पति की शिकायत करने वाले युवक के खिलाफ मामला दर्ज, सी फॉर्म के बदले 5 हजार रुपए मांगने का आरोप, माली समाज ने दी चेतावनी

गरियाबंद : जनपद अध्यक्ष पति दीपक सिंघल के खिलाफ मामला दर्ज कराने वाले युवक रमेश नागेश के खिलाफ दूसरे दिन मामला दर्ज किया गया है. दीपक ने शिकायत में बताया कि सी फार्म के बदले रमेश ने 5 हजार रुपए मांगा., नही देने पर गंदी गालियां दी. और जान से मारने की धमकी दी थी. वहीं इस मामले में माली समाज ने कहा कि राजनीतिक रसूख का लाभ लेकर झूठी शिकायत दर्ज कराई गई है.
बता दें कि देवभोग जनपद अध्यक्ष पति दीपक सिंघल के खिलाफ 2 सितंबर को रमेश नागेश की शिकायत पर देवभोग थाने में जान से मारने की धमकी और गाली-गलौच का मामला दर्ज किया गया था. वहीं 3 सितंबर की शाम दीपक सिंघल की शिकायत पर पुलिस ने रमेश के खिलाफ गाली गलौच कर जान से मारने की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है.
दीपक ने अपनी शिकायत में कहा है कि पटवारी ने 13 अगस्त को रमेश के मार्फत सी फार्म भिजवाया था. इसी दिन शाम 5 बजे जब दीपक अपने ज्वेलरी दुकान में बैठा था. तभी रमेश फार्म लेकर आया. ओर फार्म के बदले 5 हजार रुपए मांगा. पैसा नहीं देने पर उसने गंदी गाली भी दी, फिर रमेश आंख दिखाते हुए कहा कि पैसा मांगने की बात किसी को बताया तो उसे जान से मार देगा.
इस घटना के सबुत के तौर पर दीपक ने अपने शॉप के दो कर्मियो का नाम भी बताया है. इस मामले में थाना प्रभारी गौतम गावड़े ने कहा कि आवेदन पर रमेश नागेश के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 296 व 351(3) के तहत मामला दर्ज कर जांच में लिया गया है.
आरोप पर समाज ने उठाए सवाल, बोले- न्याय मांगने सड़क की लड़ाई लड़ेंगे
रमेश के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज होने की खबर के बाद पंडरा माली समाज में आक्रोश है. समाज के वॉट्सऐप ग्रुप में सामाजिक लोग आक्रोश प्रकट कर रहे हैं. समाज के युवा प्रकोष्ठ प्रमुख सुशील निधि ने कहा कि बड़े लोग दो चार लोगों को खड़े कर कभी भी किसी के खिलाफ मामला दर्ज करा सकते हैं.
दीपक द्वारा रमेश को दी गई गालियों के ऑडियो रिकार्ड का जिक्र करते हुए निधि ने कहा कि दोनों के बीच हुई बातचीत सुनकर कोई भी सच झूठ के फैसले का आंकलन कर लेगा. पटवारी के पास श्रमिक के रूप में काम करने वाले युवक के पास इतनी कूबत नहीं कि वो राजनीतिक सरंक्षण प्राप्त लोगों के दुकान में घुसकर धमकी दे डाले. उन्होंने कहा कि मामले की उच्च स्तरीय जांच कराएंगे. समाज के निर्दोष युवक को बचाने अगर सड़क की लड़ाई लड़ना पड़े तो भी हम तैयार हैं.
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