गरियाबंद में तिरंगा फहराने नहीं पहुंचे अफसर!, स्थानीय बोले- देश भक्तों का दिल तोड़ा गया, क्या सियासत का शिकार हुआ 15 अगस्त?

Officers did not arrive to hoist the tricolor in Gariaband Locals said - The hearts of the patriots were broken was August 15 a victim of politics

गरियाबंद में तिरंगा फहराने नहीं पहुंचे अफसर!, स्थानीय बोले- देश भक्तों का दिल तोड़ा गया, क्या सियासत का शिकार हुआ 15 अगस्त?

गरियाबंद : छत्तीसगढ़ के गरियाबंद के देवभोग में नगर के शहीद स्मारक में प्रशासन की मौजूदगी में झंडा फहराने की सालों पुरानी परंपरा तोड़ दी गई. मुख्यमंत्री का संदेश वाचन भी नहीं किया गया. जिससे नगरवासियों में आक्रोश का माहौल है. कहा जा रहा है कि 15 अगस्त राजनीति का शिकार हो गया.
शहीद स्मारक में अनुविभाग के सारे अफसरों की मौजूदगी का रिवाज है. ग्रामीणों से भरी इस सभा में मुख्यमंत्री संदेश का वाचन भी किया जाता है. लेकिन आज यहां जुलूस में शामिल शिक्षक और स्कूल स्टाफ के अलावा  सरकारी अफसर कर्मी मौजूद नहीं थे. यह पहला मौका था जब अफसरों की गैर मौजूदगी में शहीद स्मारक में झंडा फहराया गया.
मामले को लेकर पंचायत प्रतिनिधि और ग्रामीणों में आक्रोश है. आधे आयोजन के बाद भड़के पंचायत के उप सरपंच अनिल बेहेरा ने कहा कि गैरहाजिर होकर रिवाज नहीं बल्कि नागरिकों का दिल तोड़ा गया.
भाजयुमो जिला अध्यक्ष माखन कश्यप ने तो अफसरों पर सियासत करने तक का आरोप लगा दिया. उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय पर्व में सियासत करना ठीक नहीं. गरिमा के अनुरुप परम्परागत तरीके से चली आ रही रिवाज का पालन करना था.
इस मामले में एसडीएम तुलसी दास मरकाम ने कहा कि शहीद स्मारक के रिवाज से अंजान था. पंचायत ने कोई निमंत्रण भी नहीं दिया. ना ही किसी ने बताया. मुख्यमंत्री संदेश का वाचन जिला स्तर पर ही किया जाना था. वाचन के लिए कोई संदेश पत्र भी नहीं आया था. सामूहिक आयोजन को कामयाब बनाना था. इसलिए सुबह से उसकी तैयारी में सभी लगे थे.
मिली जानकारी के मुताबिक प्रशासन द्वारा कराए जा रहे सामूहिक सांस्कृतिक आयोजन के लिए मुख्य अतिथि के तौर पर क्षेत्रीय विधायक जनक ध्रुव को आमंत्रित किया गया था. आयोजन स्थल हाई स्कूल मैदान था. ऐसे में शहीद स्मारक में होने वाले सामूहिक झंडोत्तलन में भी विधायक शामिल हो और उनके हाथों झंडा फहराया जाए.
पंचायत ने हफ्ता भर पहले आयोजित बैठक में यहा झंडोत्तलंन के लिए सरपंच का नाम तय कर दिया था. ऐसे में अनुविभाग प्रशासन के इस प्रस्ताव को सामूहिक फैसले का हवाला देकर ठुकरा दिया.
ऐसे में मुख्य अतिथि विधायक ध्रुव के लिए आयोजन स्थल स्कूल मैदान में झंडोत्तलन का इंतजाम किया गया..
बता दें कि सालों पुराने रिवाज के मुताबिक आज भी देवभोग नगर में स्थित सभी स्कूलों के बच्चों ने एक साथ मिलकर जुलूस निकाला. नगर भ्रमण भी किया. हमेशा की तरह नगर के हृदय स्थली गांधी चौक के शहिीद स्मारक में इकठ्ठा भी हो गए. रिवाज के मुताबिक पंचायत की बैठक में तय किए गए नाम के मुताबिक सरपंच रेवती घनश्याम प्रधान ने विधिवत झंडोत्तलन किया. सरपंच होने के बावजूद उन्हें यह मौका लंबे समय बाद दिया गया.
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