मंत्री का करीबी बताकर बहुचर्चित सफेदपोश कृष्ण कुमार श्रीवास्तव ने ठेका दिलाने के नाम पर वसूले 15 करोड़ रुपए, पुलिस ने किया FIR दर्ज

The famous white-collared Krishna Kumar Srivastava collected Rs 15 crore in the name of getting a contract by claiming to be close to the minister police registered an FIR

मंत्री का करीबी बताकर बहुचर्चित सफेदपोश कृष्ण कुमार श्रीवास्तव ने ठेका दिलाने के नाम पर वसूले 15 करोड़ रुपए, पुलिस ने किया FIR दर्ज

रायपुर : राजधानी में स्मार्ट सिटी का वर्क दिलाने का झांसा देकर करोड़ों की ठगी का मामला सामने आया है. कांग्रेस शासनकाल में खुद को मंत्री का करीबी बताकर छत्तीसगढ़ के चर्चित व्यक्ति कृष्ण कुमार श्रीवास्तव ने दिल्ली के कारोबारी से धोखाधड़ी की है. पीड़ित ने इसकी शिकायत तेलीबांधा थाने में की है.
कृष्ण कुमार श्रीवास्तव पर आरोप है कि पूर्ववर्ती सरकार में स्मार्ट सिटी में 15 करोड़ का काम दिलाने के नाम पर दिल्ली के कारोबारी रावत एसोसिएट के मालिक अशोक रावत को अपना निशाना बनाया.
दिल्ली की रावत एसोसिएट कंपनी को कृष्ण कुमार श्रीवास्तव ने 2023 में कांग्रेस शासन के समय स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट का काम दिलाने के एवज में 15 करोड़ रुपए ठग लिए. इसके बाद अब कंपनी के मालिक को शातिर ठग की तरफ से जान से मारने की धमकी दे रहे हैं. पीड़ित की शिकायत पर तेलीबांधा थाना में आरोपी के खिलाफ धोखाधड़ी समेत अन्य गैर जमानती धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है.
तेलीबांधा थाने में दर्ज एफआईआर के मुताबिक, रावत एसोसिएट के मालिक पीड़ित अशोक रावत ने पुलिस में शिकायत दर्ज करते हुए बताया कि साल 2023 में अर्जुन रावत के आध्यात्मिक गुरु आचार्य प्रमोद कृषणन उनको लेकर रायपुर आए थे. गुरु आचार्य प्रमोद कृषणन ने के के श्रीवास्तव से उनको मिलवाया था. इसके बाद कृष्ण कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि स्मार्ट सिटी के 500 करोड़ रुपए का प्रोजेक्ट एक राजनेता के भाई ने लिया है. उस प्रोजेक्ट का सबलेट करना चाहते हैं. जिसके लिए सरकार को 15 करोड़ रुपए परफॉर्मेंस मनी सिक्योरिटी, गारंटी के रुप में देना होगा.
फर्जी दस्तावेज तैयार कर कृष्ण कुमार श्रीवास्तव ने स्मार्ट सिटी का पूरा काम कंपनी को दिलाने का झांसा देकर 7 अलग-अलग बैंक खातों में 15 करोड़ रुपए की रकम डलवा लिया. पूरे रकम लेने के बाद भी स्मार्ट सिटी का न कोई काम मिला न ही भविष्य में किसी जिम्मेदार अधिकारी या राजनेता से कोई मुलाकात हुई. आरोपी केके श्रीवास्तव पूरी रकम अपने खाते में आहरण करने के बाद लागातार गोलमोल जवाब देता रहता था.
पीड़ित के लगातार दबाव बनाने के बाद ठग के राज्य सरकार के साथ ग्लोमैक्स इंडिया के नाम फर्जी मैमोरेंडम तैयार कर व्हाट्सएप पर भेजा गया. आरोपी कृष्ण कुमार श्रीवास्तव और कंचन श्रीवास्तव विश्वासघात की मानसिकता से करोड़ों रुपए ठग कर फरार हो गया. इसके बाद कंपनी ने सरकार के मैमोरेंडम को फर्जी पाया. पिछले कई साल से ठगी की वारदात के बाद लगातार काम न दिलाकर धोखाधड़ी की गई है.
मिली जानकारी के मुताबिक, कृष्ण कुमार श्रीवास्तव ठगी की वारदात को अंजाम देने के बाद पीड़ित और उसके पूरे परिवार को जान से मारने की धमकी देता रहा है. कृष्ण कुमार श्रीवास्तव ने पीड़ित को धमकी देते हुए कहा कि ऐसी कोई भी शिकायत करने पर उसके और पूरे परिवार को जान का खतरा होगा. कृष्ण कुमार श्रीवास्तव राजनेताओं से अपना प्रभाव बताते हुए जीवन को संकट में डालने की धमकी दी है.
रावत एसोसिएट के प्रबंधन समिति की तरफ से की गई शिकायत के बाद तेलीबांधा थाना में आरोपी कृष्ण कुमार श्रीवास्तव और कंचन श्रीवास्तव के खिलाफ भारतीय दंड विहिता की धारा 420, 467, 468, 471, 506, 120-बी के तहत जुर्म दर्ज किया गया है.
इस मामले में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक लखन पटले ने कहा कि पीड़ित की शिकायत पर जुर्म दर्ज किया गया है. पूरे मामले की जांच चल रही है. जल्द आरोपियों की गिरफ्तारी की जाएगी.
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