सरकारी स्कूल में मध्याह्न भोजन की गर्म खीर से जला बच्चे का पैर, रोते बिलखते अकेले पहुंचा घर, ब्लाक शिक्षा अधिकारी ने कहा- खीर बनी ही नहीं

Childs leg burnt by hot kheer of mid day meal in government school reached home alone crying block education officer said kheer was not made

सरकारी स्कूल में मध्याह्न भोजन की गर्म खीर से जला बच्चे का पैर, रोते बिलखते अकेले पहुंचा घर, ब्लाक शिक्षा अधिकारी ने कहा- खीर बनी ही नहीं

बिलासपुर/मस्तूरी : बिलासपुर जिले के मस्तूरी विकासखंड स्थित पूर्व माध्यमिक शाला केंवतरा में शुक्रवार को 8वीं कक्षा के छात्र के मध्याह्न भोजन से झुलसने का मामला सामने आया है. घटना मध्याह्न भोजन बनाने के समय हुई. जब छात्र मध्याह्न भोजन बनाने वाले रसोइए के कहने पर गर्म खीर को बाल्टी में पलटने की कोशिश की. तब खीर उसके ऊपर गिर गई और वह झुलस गया. इसके बाद छात्र तुषार पाटले दर्द से बिलखता हुआ अकेले ही पैदल घर लौट आया. उसे किसी ने अस्पताल नहीं पहुंचाया. जिससे घर पहुंचने पर उसके अभिभावक बच्चे का जला हुआ पैर देख हैरान रह गए. बार-बार पूछने पर भी तुषार एक ही बात कह रहा था कि मध्याह्न भोजन में बनी खीर से उसका पैर जला है. वहीं इस मामले में ब्लाक शिक्षा अधिकारी का कहना है कि छात्र के आरोप से तथ्यों का कोई मेल नहीं है.
इस घटना के बाद ब्लाक शिक्षा अधिकारी शिवराम टंडन पूर्व माध्यमिक शाला केंवतरा की जांच के लिए पहुंचे. मिडिया से बात करते हुए ब्लाक शिक्षा अधिकारी ने बताया कि निरीक्षण के दौरान उन्होंने पाया कि बच्चे द्वारा लगाए गए आरोप और जांच में सामने आए तथ्य मेल नहीं खाते. उन्होंने कहा कि तुषार का आरोप है कि उसके पैर पर खीर गिरी थी. लेकिन मध्याह्न भोजन शेड्यूल के मुताबिक शुक्रवार को खीर नहीं बल्कि दाल, चावल, सब्जी बनती है. खीर केवल शनिवार को बनाई जाती है.
ब्लाक शिक्षा अधिकारी ने बताया कि, शिक्षकों से पूछताछ में यह बात सामने आई कि घटना के दिन छात्र पहले से ही बीमार था. शिक्षक ने उसे छुट्टी के लिए प्रधान पाठक के पास भेज दिया था. प्रधान पाठक सुशील कुमार ताम्रे ने बच्चे की हालत देखते हुए उसे छुट्टी दे दी. जांच के दौरान सीसीटीवी फुटेज में देखा गया कि सवा 12 बजे के करीब तुषार अपने दादा के साथ मेडिकल स्टोर पर दिखाई दे रहा है.
ब्लाक शिक्षा अधिकारी की जांच में सारे आरोपों को गलत बता रहे हैं. लेकिन तुषार के चाचा पंकज पाटले ने नईदुनिया से कहा कि उनका किसी शिक्षक या मध्याह्न भोजन बनाने वाले रसोइए से कोई व्यक्तिगत दुश्मनी नहीं है. पंकज ने बताया कि बच्चा बार-बार एक ही बात कह रहा है कि उसके पैर पर स्कूल में बनी खीर गिरी थी. जिससे वह झुलस गया.
इस घटना ने दस महीने पहले हुए एक और हादसे की याद ताजा कर दी. बिलासपुर के तोरवा क्षेत्र में शासकीय प्राथमिक शाला दोमुहानी के कक्षा तीसरी के छात्र के साथ भी ऐसा ही हादसा हुआ था. जब छात्र उबलती खीर में गिरकर बुरी तरह जल गया था. उस समय भी शिक्षकों ने घायल बच्चे को अस्पताल पहुंचाने के बजाए घर भेज दिया था.
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स्कूलों से कई तरह की घटनाएं आ गई सामने फिर भी नहीं हो रहा सुधार
• इसी इलाके के पचपेड़ी में हॉस्टल के अवस्थाओं को लेकर छात्राओं ने किया था प्रदर्शन इसके बाद हॉस्टल अधीक्षिका को वहां से हटा दिया गया था.
• पूर्व माध्यमिक शाला कटहा में छात्रा से गुटखा मंगवाया गया था, जिसका वीडियो वायरल हुआ था तब गुटखा मंगवाने वाले वृत्त के पर की गई थी कार्रवाई.
• भटचौरा के शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला में क्लास रूम के अंदर छात्राओं का बर्थडे पार्टी के दौरान बीयर पीने का मामला सामने आया था जिसकी तस्वीर वायरल हुई थी. इसके बाद जांच टीम गठीत कर कार्रवाई की गई. इस पर छत्तीसगढ़ हाई कोर्ट ने कड़ा रुख अपनाया. चीफ जस्टिस रमेश सिन्हा ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए राज्य सरकार से सवाल किया है कि क्या स्कूलों में छात्रों की सुरक्षा के लिए कोई ठोस नियम लागू किए गए हैं या नहीं. कोर्ट ने यह भी पूछा कि आखिरकार छात्राएं बीयर की बोतल लेकर स्कूल तक कैसे पहुंचीं और कक्षा के भीतर पार्टी कैसे की गई. इस घटना ने विद्यालय के सुरक्षा मानकों पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं.