पटवारी पति ने किसान से लिया रिश्वत, वीडियो हुआ वायरल, रिश्वतखोरी से कृषक त्रस्त, ग्रामीणों ने की शिकायत, कलेक्टर ने किया सस्पेंड
Patwari's husband took bribe from farmer, video went viral, farmer troubled by bribery, villagers complained, collector suspended him

बलौदाबाजार : छत्तीसगढ़ में आए दिन सरकारी कर्मचारियों के रिश्वत लेने के वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल होते हैं. इसी कड़ी में एक बार फिर से एक पटवारी का किसान से रिश्वत लेने का वीडियो सामने आया है. इस वीडियो में पटवारी किसान से घूस लेते हुए नजर आ रहा है. वीडियो के वायरल होने के बाद ग्रामीणों का गुस्सा फुट चुका हैं और उन्होंने आरोप लगाया है कि पटवारी बिना पैसे के कोई भी सरकारी काम नहीं करता है. पंजीयन, त्रुटि सुधार जैसे मामलें में भी ग्रामीणों से मोटी रकम वसूली जाती है. यह मामला बलौदाबाजार जिले के टुण्डरा तहसील के ग्राम नरधा का है.
बलौदाबाजार जिले की टूंडरा तहसील में पदस्थ महिला पटवारी रितेश तंवर अपने पति प्रवीण गुप्ता के साथ किसान से रिश्वत लेते पकड़ी गयी. इस मामले में रिश्वत लेते पटवारी का वीडियो वायरल होने के बाद कलेक्टर ने महिला पटवारी रितेश तवर को निलंबित कर दिया है.
बरेली के रहने वाले किसान दया राम पटेल प्रमाणीकरण के नाम पर किसान से 2000 हजार की मांग की गयी थी. इधर किसान ने रिश्वत देते हुए वीडियो बना लिया. अब वीडियो सोशल मीडिया में खूब वायरल हो रहा है.
मीडिया की टीम जब नरधा गाँव पहुंची तब ग्रामीणों ने पटवारी और उसके पति पर बेहद संगीन आरोप लगाए. ग्रामीणों ने बताया कि पटवारी और उसका पति काम करने के एवज में खुले आम मुँह मांगी रकम मांगते हैं. और पैसे नहीं दिए जाने पर काम रोक देते हैं.
ग्रामीणों ने बताया की एक छोटे से काम के लिए भी 2000 से लेकर लाख रुपये तक की डिमांड की जाती है और जब ग्रामीण किसान इसका विरोध करते हैं. तो पटवारी के पति प्रवीण गुप्ता के द्वारा दबंगई करते हुए मारपीट करने की खुली धमकी दी जाती है.
ऐसे में गाँव में पटवारी और उनके पति के खिलाफ आक्रोश और डर का माहौल है. वहीं जब इस पूरे मामले पर मीडिया ने पटवारी से बात करना चाहा तो उन्होंने कुछ भी कहने से साफ तौर पर मना कर दिया है.
ग्रामीणों ने इस भ्रष्टाचार के खिलाफ SDM से शिकायत की. यह मामला इस समय चर्चा का विषय बना हुआ है. क्योंकि किसानों और ग्रामीणों को सरकारी कामों के लिए अक्सर रिश्वत देने की मजबूरी का सामना करना पड़ता है.
जिले में राजस्व के अधिकारी कर्मचारी चाहे वो तहसीलदार हो या फिर पटवारी इन दिनों बेहद सुर्खियों में हैं. हाल ही में सुहेला तहसीलदार कुणाल सर्वईया के बदसलूकी और सालों से जमीन सम्बन्धी विवादों के निपटारे को लेकर किसान हीरालाल साहू तहसील दफ्तर में जहर खाकर आत्महत्या जैसा ख़ौफ़नाक कदम उठा लिया था.
इस मामले को लेकर कांग्रेस विधायक संदीप साहू ने प्रदेश सरकार पर भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि यह घटना तो कैमरे में आ गई, इसलिए कार्रवाई हुई. लेकिन कई मामलों में सबूत न मिलने से भ्रष्टाचार जारी रहता है. उन्होंने पहले की एक घटना का जिक्र किया. जहां तहसीलदार द्वारा दुर्व्यवहार के चलते सुहेला तहसील का एक किसान ने आत्महत्या का प्रयास किया था. लेकिन सरकार ने निष्पक्ष जांच नहीं करवाई.
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