कोचिंग स्टूडेंट का हॉस्टल से अपहरण, 5000 रुपए महीने मांगी फिरौती, घबराकर दिल्ली से दौड़-भागे आए परिजन, पुलिस कर रही मामले की जांच

Coaching student kidnapped from hostel, 5000 rupees per month ransom demanded, family rushed from Delhi in panic, police is investigating the case

कोचिंग स्टूडेंट का हॉस्टल से अपहरण, 5000 रुपए महीने मांगी फिरौती, घबराकर दिल्ली से दौड़-भागे आए परिजन, पुलिस कर रही मामले की जांच

कोटा : कोचिंग सिटी के रूप में मशहूर राजस्थान के कोटा में एक कोचिंग स्टूडेंट का अपहरण कर उसके साथ मारपीट का मामला सामने आया है. बदमाशों ने कोचिंग स्टूडेंट को उसके हॉस्टल से कार में जबरन बैठाया और उसका अपहरण कर हाईवे पर ले गए. जहां उसके साथ चाकू की नोक पर मारपीट की गई और हर महीने 5 हजार रुपए देने की मांग की गई. पैसा नहीं देने पर जान से मारने की धमकियां दी गई. स्टूडेंट ने जब धमकी पर पैसे देने के लिए हामी भरी तब उसे वापस हॉस्टल के पीछे की गली में छोड़कर बदमाश भाग निकले.
इस पूरा घटनाक्रम से डरे सहमे दिल्ली निवासी कोचिंग स्टूडेंट हेजल गंगवाल ने खुद को दो दिन कमरे में कैद कर लिया. परिजनों को जब इस पूरे घटनाक्रम की जानकारी मिली तो वो दिल्ली से कोटा पहुंचे और इस पूरे मामले की रिपोर्ट विज्ञान नगर थाने में दर्ज करवाई. परिजनों द्वारा दी गई रिपोर्ट के बाद अब विज्ञान नगर थाना पुलिस पूरे मामले में जांच कर रही है और पीड़ित द्वारा बताए गए बदमाशों की तलाश कर रही है.
परिजनों ने कोटा आने के बाद हॉस्टल से बदमाशों द्वारा की गई वारदात के कुछ सीसीटीवी फुटेज भी पुलिस को सौंपे हैं. जिसमें एक काले कलर की स्कॉर्पियो कार में आए कुछ बदमाश कोचिंग स्टूडेंट को ले जाते हुए दिखाई दे रहे हैं. पीड़ित परिवार ने पुलिस से मांग की है कि इस पूरे मामले में आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी हो वही उनके बेटे की भविष्य में सुरक्षा को लेकर भी सवाल खड़े किए हैं.
पीड़ित छात्र ने बताया है कि उसके दोस्त का कुछ लोगों से पैसे को लेकर कुछ विवाद चल रहा था. जब बदमाशों ने उसको हॉस्टल से उठाया तो उसने लड़के को भी फोन किया और कहा कि अब बता इसका क्या करना है. पीड़ित छात्र हेजल का कहना है कि काले कलर की स्कॉर्पियो में 7 लड़के आए थे इनमें से दो ने मुझे हॉस्टल से नीचे बुलाया और उसके बाद गाड़ी में बैठे अन्य लोगों ने मुझे गाड़ी में खींच लिया और तेज स्पीड में गाड़ी भागकर हाईवे पर ले गए.
छात्र ने आगे बदाया कि वहां उन्होंने चाकू और तलवार दिखाकर मुझे डराया-धमकाया. चाकू मेरे पेट पर लगाकर कहा कि तुझे इसी शर्त पर छोड़ देंगे अगर तू हमें हर महीने ₹5000 भेज देगा. छात्र का कहना है कि जब मैंने पैसे देने के लिए हां कर दी तब उन्होंने मुझे वापस हॉस्टल के पीछे वाली गली में छोड़ दिया.
पीड़ित छात्र ने बताया कि जो बदमाश लड़के मुझे हॉस्टल से उठाकर लेकर गए थे उनमें से दो लड़के पहले हमारे साथ कोचिंग संस्थान में ही पढ़ाई कर रहे थे. लेकिन एक-दो महीना पढ़ाई करने के बाद मैंने उनको कोचिंग में कभी नहीं देखा उन दोनों लड़कों के नाम भी मैं पुलिस को दे दिए हैं.
2 दिन तक अपने आपको कमरे में बंद कर परिजनों को हॉस्टल संचालक ने खबर दी कि आपका बच्चा 2 दिन से कमरे से बाहर नहीं आ रहा है. कोई बात तो नहीं हो गई तब परिजन घबरा गए. पीड़ित छात्र की मां किरण गंगवाल ने बताया कि बेटा 6 महीने पहले ही कोटा आया है और यहां पर निजी कोचिंग से मेडिकल की प्रतियोगी परीक्षा नीट की तैयारी कर रहा है.
हम हर रोज बेटे से बातचीत करते हैं लेकिन इस पूरे घटनाक्रम से बच्चा इतना डर सहम गया कि उसने घर वालों को भी जानकारी नहीं दी. लेकिन जब उसके दोस्त ने हमें खबर दी कि आप कोटा पहुंच जाइए. आपका बेटा मुसीबत में है तो हम भी घबरा गए और दिल्ली से रवाना हुए में सारे रास्ते जब तक बेटे के पास नहीं पहुंची मेरे आंसू नहीं रुके हम इतने घबरा गए थे कि हमने पूरे रास्ते पानी भी नहीं पिया.
21 जनवरी शाम 6 बजे हुए इस घटनाक्रम के बाद जब परिजन कोटा पहुंचे तो अपने बच्चों को लेकर वह विज्ञान नगर थाने पहुंचे. जहां उन्होंने पूरे घटनाक्रम की रिपोर्ट दर्ज करवाई. वहीं परिजनों ने आरोप भी लगाया है कि पुलिस ने उनकी सुनवाई नहीं की. जब उन्होंने थाने के बाहर हंगामा किया तब पुलिस ने उनसे कहा कि इस मामले में हम जल्द कार्रवाई करेंगे. फिलहाल विज्ञान नगर थाने के थानाधिकारी मुकेश मीणा ने कहा है कि इस मामले को देखते हैं क्या है, कार्रवाई करेंगे.
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इस घटना ने कोटा में छात्रों की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं. परिजन ने प्रशासन से मांग की है कि इस मामले में कड़ी कार्रवाई हो और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सख्त कदम उठाए जाएं.