जंगल में कोटरी का शिकार कर पकाकर खाया, वन विभाग ने दी दबिश, दो शिकारी संतु राम और अलार गिरफ्तार, मांस और औजार बरामद
Kotri was hunted in the forest and cooked and eaten, the forest department raided, two hunters Santu Ram and Alaar were arrested, meat and tools were recovered

रायगढ़/लैलूंगा : छत्तीसगढ़ के आदिवासी बहुल शांत गांव कुर्रा से एक हैरान कर देने वाली घटना ने पूरे इलाके को झकझोर दिया है. जंगल की गोद में पलने वाली संरक्षित वन्यजीव ‘कोटरी’ (हिरण प्रजाति) को बेरहमी से मार डाला गया और सिर्फ मारा ही नहीं गया. उसका मांस पकाकर खा भी लिया गया. लेकिन जंगल के रक्षकों की नजर से यह जुर्म नहीं बच सका. यह घटना कुर्रा गांव की है.
मिली जानकारी के मुताबिक 9 मई को रायगढ़ जिले के लैलूंगा वन परिक्षेत्र में वन्यजीव संरक्षण अधिनियम का उल्लंघन करते हुए संरक्षित प्रजाति की जंगली कोटरी (हिरण प्रजाति) का शिकार करने वाले दो आरोपियों के खिलाफ वन विभाग ने कड़ी कार्यवाही की है. जहां दो व्यक्तियों द्वारा कोटरी को मारकर उसका मांस खाने की पुष्टि हुई है. गोपनीय खबर के आधार पर वन विभाग की टीम ने छापा मारते हुए संतु राम राठिया और अलार राउत (दोनों निवासी कुर्रा) को हिरासत में लिया.
पूछताछ में आरोपियों ने कबूल किया कि उन्होंने मिलकर जंगली कोटरी का शिकार किया और उसका मांस खाया. मौके से कुछ सबूत भी बरामद किए गए हैं. जिनमें मांस के अवशेष और शिकार में इस्तेमाल किए गए औजार शामिल हैं.
वन परिक्षेत्र अधिकारी ने जानकारी दी कि दोनों आरोपियों पर भारतीय वन्यजीव संरक्षण अधिनियम 1972 की धाराओं के अंतर्गत मामला दर्ज किया गया है.
बता दे की वन्यजीवों का शिकार कानूनन जुर्म है और इसके लिए कठोर सजा का प्रावधान है. लैलूंगा वन विभाग द्वारा की गई इस त्वरित और सख्त कार्यवाही से क्षेत्र में वन्यजीव संरक्षण को लेकर सकारात्मक संदेश गया है. विभाग ने आम नागरिकों से अपील किया कि वन्यजीवों की सुरक्षा में मदद करें और इस तरह की किसी भी गतिविधि की खबर फौरन दें.
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