विधायक पति गनपत जांगड़े को हाईकोर्ट से मिली जमानत, कांग्रेस नेता- चुनाव से पहले भाजपा नेताओं के इशारे पर हुई कार्यवाही
MLA's husband Ganpat Jangde gets bail from High Court, Congress leader- action was taken on the instructions of BJP leaders before the elections
सारंगढ़ : सारंगढ़ रक्सा धान खरीदी केंद्र में विगत दिनों 28 नवंबर की भाजपा नेताओं द्वारा जमकर हल्ला बोला गया. इसके बाद प्रशासनिक जांच की गई और जांच के बाद सात लोगों पर एफआईआर दर्ज किया गया था. जिसमें विधायक पति गनपत जांगड़े के भी नाम शामिल है. उक्त एफआईआर दर्ज होने के बाद मामला पूरी तरह से गरमा गया था. विश्वस्त सूत्रों की माने तो उक्त मामले में विधायक पति ने उक्त जप्त धान खुद का नहीं होना बताया. इसके बाद उक्त मामले में राजनीतिक साजिश की छवि साफ नजर आ रही है थी.
उल्लेखनीय हो कि जनवरी माह में स्थानीय जनपद पंचायत चुनाव जिला पंचायत चुनाव व पंचायत चुनाव संपन्न होने हैं जिसकी वजह से कांग्रेस विधायक की लोकप्रियता क्षेत्र में हावी है. जिसे भाजपा नेता पचा नही पा रहे है. इसलिए उनके पति के ऊपर एफआईआर दर्ज करा कर बदनाम करने की साजिश की गई थी.
यह मामला विधानसभा में गुंजा था. उसके बाद विधायक पति गनपत जांगड़े ने इंसाफ के लिए अदालत का शरण ली. जहां स्थानीय वकील विजय तिवारी के मार्गदर्शन व हाईकोर्ट के वकील विवेक वर्मा ने केश की पैरवी की और विद्वान न्यायधीश रमेश सिन्हा के द्वारा मामले की सुनवाई किया गया और जमानत मिल गई.
गौरतलब है कि 28 नवंबर से घटित उक्त घटना के घटनाचक्र और दो दिनों पहले हुए एफआईआर के बाद मिली जानकारी के मुताबिक 26 नवंबर से 29 नवंबर तक जांगड़े दंपत्ति विशाखापट्टनम गए हुए थे. जहां उनके यात्रा टिकट, होटल, अन्य प्रपत्र व पर्चियां, लाइव फेसबुक इंस्टाग्राम इत्यादि साफ नजर आ रहे थे. यहां तक कि धान खरीदी केंद्र में ना तो उनकी साक्षात उपस्थित ना ही धान बेचने पर लिए गए फिंगरप्रिंट अंगूठे के निशान और ना किसी तरह का मोबाइल में मैसेज या ओटीपी का आना उक्त दिनांक में मिला था. बल्कि बैंक द्वारा भेजे गए राशि को तत्काल पत्र लिखकर उक्त बैंक को अवगत भी कराया गया था.
अगर उक्त तथ्य विधायक पति गनपत जांगड़े के सच थे. तो क्या यह पूरा घटनाक्रम कूटरचित पूर्व प्लानिंग और राजनीतिक साजिश का हिस्सा था? किसी तरह कांग्रेस के मजबूत गढ़ सारंगढ़ में कांग्रेस विधायक के लगातार दो पंचवर्षीय बड़ी जीत से घबराई भाजपा उन्हें घेरने का भर्षक कोशिश कर रही है. जैसा की सारंगढ़ अंचल में राजनीतिक परिदृश्य संगठनों के बीच हमेशा बनता बिगड़ता है. मगर इस तरह की घटना और दबाव की सियासत पहली बार नजर आई और अब शायद यह परिपाटी संगठनों के बीच लगातार जारी रहे.
उक्त घटनाक्रम को लेकर कांग्रेस नेताओं ने विरोध दर्ज कर पूरे मामले को राजनीतिक द्वेष और साजिशकहा था तो वही जांगड़े ने उक्त धान उनके द्वारा धान खरीदी केंद्र नहीं ले जाना बताया. अब जब अदालत ने गनपत जांगड़े को जमानत दे दी है तो उनके खिलाफ की गई कार्रवाई साजिश और कुटरचित थी यह साफ हो गया है. इस फैसले को लेकर गनपत जांगड़े ने अदालत के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया है और कहा है कि सच परेशान हो सकता है पराजित नहीं.. जिस तरह भाजपा के नेताओं ने साजिश रचकर मेरा नाम एफआईआर में जुड़वाया. उससे साफ जाहिर है कि भाजपा के नेता अपना राजनीति रोटी सेकने किस हद तक गिर सकते हैं. लेकिन आज सच्चाई की जीत हुई है.
ताजा खबर से जुड़ने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें
https://chat.whatsapp.com/CvTzhhITF4mGrrt8ulk6CI