मशहूर अभिनेता शेख मुख्तार

नाम है इनका शेख मुख्तार। किसी ज़माने के बहुत मशहूर और नामी अभिनेता। साथ ही साथ डायरेक्टर, लेखक व प्रोड्यूसर भी थे शेख मुख्तार। लंबी-चौड़ी कदकाठी वाले शेख मुख्तार के पिता चाहते थे कि ये सेना या पुलिस में भर्ती हों। लेकिन ये ठहरे थिएटर  के दीवाने।

 मशहूर अभिनेता शेख मुख्तार

नाम है इनका शेख मुख्तार। किसी ज़माने के बहुत मशहूर और नामी अभिनेता। साथ ही साथ डायरेक्टर, लेखक व प्रोड्यूसर भी थे शेख मुख्तार। लंबी-चौड़ी कदकाठी वाले शेख मुख्तार के पिता चाहते थे कि ये सेना या पुलिस में भर्ती हों। लेकिन ये ठहरे थिएटर  के दीवाने। सो एक दिन एक दोस्त की मदद से निकल लिए दिल्ली से कलकत्ता यानि आज का कोलकाता। वहां काफी वक्त तक शेख मुख्तार जी ने थिएटर किया। फिर ये आ गए मुंबई। फिल्मों में काम करने का इरादा लिए ये नामी डायरेक्टर महबूब खान से मिले। महबूब खान इनकी पर्सनैलिटी से बड़े मुतासिर हुए। महमूब खान ने शेख मुख्तार को अपनी फिल्म एक ही रास्ता के लिए साइन कर लिया। एज़ ए हीरो। ये फिल्म साल 1939 में आई थी। उस फिल्म में एक हीरो और थे। वो थे अरुण आहूजा। अरुण आहूजा जी के सुपुत्र गोविंदा एक वक्त के बहुत बड़े स्टार हुए हैं। जी हां, अपने चीची भईया, जिनके सितारे की चमक आजकल फीकी पड़ गई है। खैर, आज शेख मुख्तार साहब का जन्मदिवस है। आज ही के दिन यानि 24 दिसंबर 1914 को दिल्ली में इनका जन्म हुआ था। किस्सा टीवी एक वक्त के इस नामी कलाकार को ससम्मान याद करता है। और इन्हें सैल्यूट करता है।