राजिम कुंभ के सांस्कृतिक मंच पर लोक कलाकारों ने दी शानदार प्रस्तुति, CM साय, राज्यपाल,मंत्रियों व विधायकों के साथ त्रिवेणी संग में किया स्नान
Folk artists gave a spectacular presentation on the cultural stage of Rajim Kumbh, took bath in Triveni along with CM Sai, Governor, Ministers and MLAs.

रायपुर/प्रयागराज। महाकुंभ पहुंचकर अरैल घाट में CM विष्णुदेव साय, राज्यपाल और रमन सिंह सहित मंत्रियों ने डुबकी लगाई. मंत्रीमंडल के सदस्य, सांसद, विधायक और उनके परिवारजन भी इस यात्रा में शामिल हैं. इस दौरान भाजपा के मंत्री विधायक और सांसद भजन गाते रहे. सभी लोग क्रूज में सवार होकर संगम में पहुंचे.
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की धर्मपत्नी कौशल्या देवी साय ने प्रयागराज जाने को लेकर कहा, प्रयागराज की भूमि काे वंदन करने जा रहे हैं. नई ऊर्जा के साथ छत्तीसगढ़ वापस आएंगे और नए विश्वास के साथ अपने आस्था को आगे बढ़ाएंगे. मां गंगा से सीएम साहब के लिए उत्तम स्वास्थ्य की कामना करेंगे. छत्तीसगढ़ की जनता से मुख्यमंत्री रात के दो बजे तक मिलते रहते हैं. छत्तीसगढ़ की जनता से उनका मिलना कायम रहे. सीएम की एनर्जी बनी रहे, यही प्रार्थना करेंगे.
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राजिम कुंभ के सांस्कृतिक मंच पर लोक कलाकारों ने दी शानदार प्रस्तुति
राजिम : 12 फरवरी से राजिम कुंभ कल्प का शुभारंभ हो गया है। कुंभ मेला के सांस्कृतिक मंच में प्रतिदिन कलाकारों की शानदार प्रस्तुति होगी। मेला के प्रथम दिवस सांस्कृतिक मंच में छत्तीसगढ़ी लोक संस्कृति को सहेजते हुए कलाकारों द्वारा एक से बढ़कर एक सुवा, कर्मा, ददरिया, मानस प्रसंग राउत नाचा को बहुत ही सुंदर ढंग से प्रस्तुत किया गया। नवजोती मानस परिवार भैसमुंडी के द्वारा मानस प्रसंग के द्वारा राम की महिमा को बताया गया। जिसमें कहा गया कि राम नाम ही इस जगत में सत्य है जिसके सुमिरन मात्र से ही मन को शांति मिलती है। अनगिनत कष्टों को भोगते हुए वियोग में रहते हुए भी अपने चंहुओर सुख का प्रकाश जो फैलाए वही है। श्रीराम मनुष्य को हमेशा अपने मन, वचन और कर्म से सत्य का पालन करते हुए शुद्ध भाव रखना चाहिए और काम, क्रोध, लोभ, माया से दूर रहने का प्रयास करना चाहिए। कार्यक्रम में सुमधुर राम भजनो ने दर्शकों का मन मोह लिया।
कार्यक्रम की अगली कड़ी मोहन लाल साहू मगरलोड ने हरी कीर्तन कर जीवन मे भक्ति भजन के महत्व को बताया। श्रीमति भोजबाई ने फाग गीत में होली का माहौल बनाया। शिवराज धीवर ने नाचा के माध्यम से भुईया के गोठ की शानदार प्रस्तुति दी। गरिमा शर्मा की टीम ने पैरी की धार में लोक नृत्य की प्रस्तुति से धुम मचा दिया। कुवर दास डहरिया की टीम ने पंथी संत-पंथ भजन से गुरु घासीदास के संदेश को दर्शकों तक बहुत ही सुंदर आवाज में दर्शकों तक पहुंचाया। मीना साहू ने पंडवानी के माध्यम से महाभारत के विभिन्न प्रसंगों को गायन और अपने सुंदर हाव-भाव के साथ वीर रस में बताया जिसे दर्शकों ने खूब सराहा.
मुख्य मंच में पद्मश्री सुरेन्द्र दुबे की हास्य व्यंग्य कविता
राजिम कुंभ कल्प 2025 में 14 फरवरी को तीसरे दिन मुख्य मंच के प्रमुख आकर्षण हास्य व्यंग्य के कवि पद्मश्री सुरेंद्र दुबे ने अपनी कविताओं से लोगों को गुदगुदाया. साथ ही गरिमा दिवाकर की टीम और आरती बारले की टीम द्वारा लोक कला मंच की प्रस्तुति से छत्तीसगढ़ संस्कृति की झांकी लोकगीत और नृत्य के माध्यम से प्रस्तुत किया.
सांस्कृतिक मंच में दोपहर 3 से 7 बजे तक छग के प्रसिद्ध कलाकार सुखदेव बंजारे पंथी नृत्य किया. कु. रितिका सिकट छत्तीसगढी रिमिक्स का मनमोहक प्रदर्शन अपनी कला के माध्यम से किया, अजय करमोकर संगीत से समा बांधेगें। महेंद्र सिंह चौहान पंडवानी गायन से दर्शकों को महाभारत के विभिन्न प्रसंगों को बताया. सुश्री भुनेश्वरी की टीम मानस गायन से भक्तिमय माहौल बनाया. इनके अलावा दुर्गा रानी जायसवाल लोक कला मंच, रंजमत बाई कंवर, मुकेश कुमार नेताम मांदरी नृत्य, अर्जुन चेलक मंगल भजन, जगराता ग्रुप, नारद चक्रधारी, भगवंतीन कुर्रे सांस्कृतिक मंच पर झमाझम प्रस्तुति दी.
राजिम कुंभ कल्प के मुख्य मंच पर पार्श्व गायिका मैथिली ठाकुर ने बांधा समा
तुम उठो सिया श्रृंगार करो.... सुनकर दर्शक हुए मंत्रमुग्ध
राजिम कुंभ कल्प मेला के पहले दिन सांस्कृतिक मंच पर अंतरराष्ट्रीय गायिका मैथिली ठाकुर के भजन सुनकर दर्शक मंत्रमुग्ध हो गए। उन्होंने कार्यक्रम की शुरुआत छत्तीसगढ़ के राजकीय गीत अरपा पैरी के धार... से की। इसके बाद तुम उठो सिया श्रृंगार करो.... कभी राम बनके, कभी श्याम बनके, मेरे झोपडी के भाग्य.., भारत का बच्चा-बच्चा जय श्री राम बोलेगा...., हम कथा सुनाते.... जैसे एक से बढ़कर भजन की प्रस्तुति देकर दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। राम भक्ति से ओतप्रोत भजन से पूरा माहौल राममय हो गया। उल्लेखनीय है कि मैथिली ठाकुर 2017 में प्रसिद्धि के शिखर पर पहंुची जब राइजिंग स्टार के सीजन 01 में भाग लिया। मैथली इस शो की पहली फाइनलिस्ट थी। राजिम कुंभ कल्प के मुख्य मंच पर प्रस्तुति देकर उन्होंने अपने आप को गौरवान्वित महसूस किया।
मंच पर कार्यक्रम की अंतिम प्रस्तुति महतारी लोक कला मंच के प्रमुख कलाकार चंद्रभूषण वर्मा की टीम ने दर्शकों को झूमने पर मजबूर कर दिया। खन खन बाजे बैला के घुंघरू और सुन सुन मोर मयारू जैसे छत्तीसगढ़ी गीतों की प्रस्तुति दी। कलाकारों का सम्मान पर्यटन मंडल के प्रबंध संचालक विवेक आचार्य, गरियाबंद कलेक्टर दीपक कुमार अग्रवाल एवं अन्य अधिकारियों ने स्मृति चिन्ह भेंटकर किया.
राजिम कुंभ मेला में साहू समाज द्वारा निशुल्क भंडारे का आयोजन
कुंभ कल्प मेला का शुरूआत 12 फरवरी से हो गया है। मेला के पहले दिन लाखों श्रद्धालुओं ने पुण्य स्नान कर मेले का आनंद लिया। मेला में पहुंचने वाले लोगों को किसी प्रकार की असुविधा उन्हें न हो इसके लिए भोजन, पानी, स्वच्छता और सुरक्षा के भरपूर व्यवस्था किए गए हैं। रायपुर, गरियाबंद एवं धमतरी जिले से दाल-भात सेंटर अधिक मात्रा में लगाए गए है। वहीं नदी क्षेत्र में राजिम भक्तिन मंदिर समिति द्वारा भोजन भंडारे की व्यवस्था की गई है।
राजिम कुंभ मेला के पहले दिन प्रदेश साहू संघ के उपाध्यक्ष भुनेश्वर साहू, समिति के संरक्षक रामकुमार साहू, अध्यक्ष लाला साहू, कार्यकारी अध्यक्ष ईश्वरी साहू ने भगवान श्री राजीव लोचन और राजिम भक्तिन माता की पूजा अर्चना कर भंडारे का शुरूआत की गई। प्रथम दिवस समिति के अध्यक्ष लाला साहू ने अपने स्वर्गीय माता-पिता के स्मृति में भोग भंडारा कराया। भंडारा में हजारों श्रद्धालुओं के लिए चावल, दाल और सब्जी परोसा गया। भंडारे में नूतन साहू, रामकुमार साहू, घनश्याम साहू, डॉक्टर ओंकार साहू, बलराम साहू, विष्णु साहू, तरुण साहू, दिनेश्वर साहू, राजू साहू, बाला राम साहू, डॉक्टर गंगाराम साहू, रामकुमार साहू, नंदलाल साहू, डॉ राजेश्वर साहू समेत समिति के सदस्य एवं साहू समाज के पदाधिकारी परोसगारी में सहयोग प्रदान कर रहे हैं। समिति के अध्यक्ष लाला साहू ने बताया कि समिति द्वारा पिछले 3 वर्षों से भोजन भंडारे का आयोजन किया जा रहा है। भंडारे में साहू समाज के अलावा अन्य समाज के भी पूरा सहयोग मिलता है.
श्री कुलेश्वर मंदिर में बना भव्य प्रवेश द्वार बना आकर्षण का केन्द्र
राजिम कुंभ मेला में पहुंचने वाले श्रद्धालुओं के लिए शासन-प्रशासन द्वारा शानदार व्यवस्था की गई है। मेला अंदर पहुंचने के लिए भव्य प्रवेश द्वार बनाया गया। जिसे देख मेलार्थी एकाएक आकर्षित हो रहे हैं। इसी तरह नदी में बीच स्थित श्री कुलेश्वर महादेव मंदिर में विशाल एवं भव्य प्रवेश द्वार बनाया गया है, जो श्रद्धालुओं के बीच आकर्षण का केन्द्र बना हुआ है।
राजिम मेला पहुंचने वाले श्रद्धालु पहले श्री राजीव लोचन के दर्शन करने पहुंच रहे हैं। इसके बाद सीधे त्रिवेणी संगम बीच स्थित श्री कुलेश्वर महादेव के दर्शन कर रहे हैं। इस बार कुलेश्वर महादेव पहुंचने वाले हर श्रद्धालुओं ने मंदिर में बने विशाल और भव्य प्रवेश द्वार को देख काफी रोमांचित हो रही है। श्रद्धालुओं ने प्रवेश द्वार प्रशंसा करते हुए कहा कि इसके बनने से हम लोग कुछ समय के लिए भ्रमित हो गए थे कि भगवान महादेव मंदिर पहुंचने का रास्ता कौन सा है? लेकिन जब इस प्रवेश द्वार से हम लोग कुलेश्वर महादेव के गर्भगृह में पहुंचे, तो बहुत ही शांति और श्रद्धा की अपार अनुभूति हुई।
राजस्थानी राज महल प्रवेश द्वार की थीम पर बना यह द्वार अनायास ही लोगों को अपनी ओर आकर्षित करने में सफल हो रहा है। इस प्रवेश द्वार के बनने से कुलेश्वर मंदिर की भव्यता और भी अधिक बढ़ गई है।