थम नहीं रेत माफिया की दबंगई, अवैध परिवहन रोकने में जुटे ग्रामीणों को हाइवा चालक ने कुचलने का किया प्रयास, अधिकारियों की भी कर चुके हैं पिटाई

The dominance of the sand mafia has not stopped the highway driver tried to crush the villagers who were trying to stop illegal transportation has even beaten up the officers

थम नहीं रेत माफिया की दबंगई, अवैध परिवहन रोकने में जुटे ग्रामीणों को हाइवा चालक ने कुचलने का किया प्रयास, अधिकारियों की भी कर चुके हैं पिटाई

गरियाबंद : गरियाबंद जिले के राजिम से लगे रायपुर जिले के नवापारा थाना क्षेत्र के ग्राम कोलियारी में रेत माफियाओं की दबंगई थमने का ना नहीं ले रही है. बीती रात अवैध परिवहन में लगे हाइवा को ग्रामीणों ने रोकने का प्रयास किया तो दबंग चालक ने ग्रामीणों को कुचलने का प्रयास किया. गुस्साए ग्रामीणों के हंगामा मचाया. तब जाकर पुलिस ने कार्रवाई की.
ग्रामीणों की लिखित शिकायत पर नवापारा पुलिस ने चालक के खिलाफ मामला दर्ज कर वाहन को जब्त कर लिया है. 
अवैध रेत परिवहन से खराब हो रहे गांव के सड़क को लेकर पूरा गांव चिंतित है. पिछले 15 दिनो में ग्रामीणों ने लगातार दो बार प्रदर्शन कर अवैध परिवहन को रोकने की मांग किया था. स्कूली बच्चों ने सड़क पर आकर जमकर प्रदर्शन किया था. ग्रामीणों के आक्रोश को देखते हुए प्रशासन भी ग्रामीणों की बात मान कर अवैध परिवहन पर लगाम लगाने का भरोसा दिलाया था, किंतु राजनीतिक सरंक्षण प्राप्त लोग लगातार रेत के अवैध परिवहन को अंजाम दे रहे हैं.
मिली जानकारी के मुताबिक अवैध परिवहन में लगे हाइवा नम्बर CG04 PV 2966 के चालक ने ग्रामीणों को कुचलने का प्रयास किया है. 14-15 लोग ट्रक तस्करी का विरोध कर ट्रक को रोक रहे थे. लेकिन चालक ने ट्रक नहीं रोका. रेत माफिया और चालक की दबंगई से नाराज ग्रामीणों ने रेत से भरे ट्रक का 300-400 मीटर तक पीछा कर उसे रोक लिया। जब ग्रामीणों ने ट्रक के बारे में पूछताछ की तो पता चला कि वह कोलियारी गांव से रायपुर-दुर्ग अवैध रूप से परिवहन कर रहा था। इस तरह रात में उस क्षेत्र से कई ट्रक रेत का परिवहन होता है.
इस दौरान ग्रामीणों ने ट्रक को नवापारा पुलिस के हवाले कर दिया. साथ ही पुलिस में लिखित शिकायत भी दर्ज कराई. बताया जा रहा है कि जब ग्रामीणों ने हंगामा किया. तब जाकर पुलिस रेत माफिया के खिलाफ कार्रवाई करने को राजी हुई. 15 ग्रामीणों ने लिखित शिकायत दर्ज कराई है.
शिकायतकर्ताओं में रविकुमार, चक्रधारी, अमितेश, वीरेंद्र यादव, गोपी, हेमकुमार समेत 15 लोगों ने कार्रवाई की मांग की है. ग्रामीणों ने बताया कि अवैध परिवहन के कारण सड़कें क्षतिग्रस्त हो रही हैं. गांव की सड़क जर्जर हो गई है.हर दिन दुर्घटना का डर सताता रहता है. बच्चे सड़क पर खेलते रहते हैं. भारी वाहन बड़ी तादाद में तेज गति से गुजरते हैं. पिछले 15 दिनों में ग्रामीणों ने दो बार विरोध भी जताया. लेकिन परिवहन बंद नहीं हुआ.
रेत माफिया को राजनीति शह
धमतरी-गरियाबंद सीमा से लगे मोहेरा घाट से रोजाना 10 से 15 हाइवा रेत परिवहन होता है. धमतरी जिले के माफिया इसे गरियाबंद के कुछ दलालों के साथ मिलकर अंजाम दे रहे हैं. मोहरा घाट में रेत ले जाने वाली हाइवा जिला मुख्यालय से महज 5 किमी दूरी पर पंटोरा मोड़ के आगे दिन-दहाड़े खड़ी होती है. सभी की नजर में काम हो रहा है. लेकिन जिम्मेदार आंख मूंद लेते हैं. बताया जाता है कि दो जिलों के राजनीति जुगलबंदी से प्रतिबंध काल में रेत से लाखों की कमाई किया जा रहा है. इसके अलावा फिंगेश्वर ब्लॉक के लचलेरा में भी जमकर खनन हो रहा है.
ट्रेक्टर से डंप कर हाइवा में बेच रहे
गरियाबंद जिले के रेत घाट में हाइवा का विरोध शुरु हुआ तो तस्करों ने उसका भी हल निकाल लिया. पोड़, पाण्डुका, पंडरी तराई, कोपरा, फिंगेश्वर के नदी मोड़, बलरामपुर बिडोरा जैसे दर्जन भर स्थान में राजनीतिक रसूख प्राप्त माफिया ट्रेक्टर से रेत डंप कर रहे हैं और फिर राजधानी से आए हाइवा में लोड कर उसे बेच रहे हैं. प्रति हाइवा 9 से 10 हजार का कीमत वसूली जा रही है. यही हाइवा राजधानी पहुंच 20 से 25 हजार रुपए में बिक रही है.
ताजा खबर से जुड़ने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें
https://chat.whatsapp.com/LEzQMc7v4AU8DYccDDrQlb

ट्रेक्टर से रेत निकालकर हाइवा से बेची जा रही है
गरियाबंद जिले के रेत घाट में जब हाइवा का विरोध शुरु हुआ तो तस्करों ने इसका भी तोड़ निकाल लिया. माफिया राजनीतिक प्रभाव वाले फिंगेश्वर ब्लॉक के लछलेरा, पोड़, पांडुका, पंडरी तराई, कोपरा, फिंगेश्वर की नदी, बलरामपुर बिडोरा जैसे 12 से ज्यादा स्थानों पर ट्रैक्टर से रेत डंप कर रहे हैं.
9-10 हजार रुपए प्रति टिपर बिकती है रेत
बताया जा रहा है कि वे रायपुर से आने वाले टिपर में रेत लोड कर बेच रहे हैं. रेत माफिया 9-10 हजार रुपए प्रति टिपर वसूल रहे हैं. यही रेत रायपुर के इलाकों में 20 से 25 हजार में बिकती है और दुर्ग में इसकी कीमत और भी बढ़ जाती है.
रेत माफिया को राजनीतिक समर्थन
धमतरी-गरियाबंद सीमा पर मोहेरा घाट से रोजाना 10 से 15 ट्रक रेत का परिवहन होता है. धमतरी जिले के माफिया गरियाबंद के कुछ दलालों से मिलीभगत कर इस कारोबार को चला रहे हैं. मोहेरा घाट पर रेत लेकर जाने वाले ट्रक जिला मुख्यालय से महज 5 किमी दूर पंतोरा मोड़ से पहले दिनदहाड़े खड़े रहते हैं.
रेत माफिया को राजनीतिक समर्थन
सबकी आंखों के सामने काम चल रहा है. लेकिन जिम्मेदार लोग कार्रवाई नहीं कर रहे हैं. बताया जा रहा है कि 2 जिलों में राजनीतिक समर्थन से प्रतिबंध अवधि में रेत से लाखों रुपए कमाए जा रहे हैं. इसके अलावा फिंगेश्वर ब्लॉक के लछलेरा में भी खनन चल रहा है.
हमारी टीम अवैध खदानों पर छापेमारी करती है
इस मामले में जिला खनिज अधिकारी फागुलाल नागेश ने बताया कि सूचना मिलने पर हमारी टीम अवैध खदानों पर छापेमारी करती है. लेकिन रेत तस्कर नहीं मिलते हैं. जब भी सूचना मिलती है. हमारी टीम मौके पर पहुंचती है. लेकिन कोई रेत माफिया नहीं मिलता है.
ताजा खबर से जुड़ने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें
https://chat.whatsapp.com/LEzQMc7v4AU8DYccDDrQlb