रेत माफियाओं में आपसी विवाद, रेतघाट में चली गोली, नेता के करीबी के लिए कर रहे वसूली, कई घाटों पर कब्जा, पुलिस कह रही एक्सीडेंटल फायर

Dispute among sand mafias, shots fired at sand ghats, extortion for a close aide of a leader, several ghats occupied, police doing accidental fire

रेत माफियाओं में आपसी विवाद, रेतघाट में चली गोली, नेता के करीबी के लिए कर रहे वसूली, कई घाटों पर कब्जा, पुलिस कह रही एक्सीडेंटल फायर

बिलासपुर : बिलासपुर जिले से रेत घाट में गोली चलने की घटना सामने आई है. इस रेत घाट में एक भाजपा विधायक के करीबी का कब्जा है. गोली मारने वाला और गोली लगने वाला दोनों उसके लिए काम करते थे. फिलहाल पुलिस ने मामले की जांच शुरु कर दी है. घटना कोटा थाना क्षेत्र के ग्राम ग्राम लमेर का है.
मिली जानकारी के मुताबिक कोटा और कोनी क्षेत्र में बड़े पैमाने पर रेत का अवैध उत्खनन और परिवहन हो रहा है. जिसमें गुंडागर्दी और लाठी के दम पर रेत परिवहन करने वाले ट्रैक्टर चालकों से अवैध उगाही का खेल भी चल रहा है.
बिलासपुर के नेताओं के लिए अरपा नदी का रेत रातों रात करोड़पति बनने का सबसे आसान रास्ता है. आजकल एक भाजपा विधायक के करीबी का कई घाटों में कब्जा है. हर घाट के लिए उनके गुर्गे भी तय हैं. महीने की सैलरी पर काम करने वाले ये गुर्गे हथियारों से लैश होकर घाट में पूरे टाइम तैनात रहते हैं. यही गुर्गे हर ट्रेक्टर, हाइवा और ट्रक से वसुली कर अपने आका को बराबर हिसाब देते हैं.
लमेर मंगलवार को भी गांव के गिरजा शंकर उर्फ दीपक यादव उम्र 31 साल पिता मनीराज यादव, छबि यादव और दीपक रजक अपने अन्य साथी हथियार के साथ रेतघाट तैनात थे. इसी बीच उनके बीच आपस में विवाद हुआ और छबि यादव के हाथ से गोली चल गई और गिरजाशंकर यादव घायल हो गया. फिलहाल गिरजाशंकर को इलाज के लिए बिलासपुर के एक निजी हॉस्पिटल में भर्ती किया गया है. इस हॉस्पिटल में पूरे समय भाजपा विधायक का करीबी पूरे समय सक्रिय था और अपने गुर्गे की इलाज कराने दौड़भाग करता रहा.
अब पुलिस की कहानी पढ़िए ?
5 मई 2025 को शाम शाम 6-7 बजे ग्राम लमेर, थाना कोटा में गोली चलने की एक खबर मिली। जिसमें लमेर निवासी गिरजाशंकर यादव उर्फ दीपक यादव पिता मनीराम यादव को पैर में गोली लगी थी. घायल गिरजाशंकर यादव उर्फ दीपक यादव से पूछताछ करने पर उसने पुलिस को बताया कि 5 मई 2025 को शाम 6-7 बजे के आस-पास वह अपने दोस्त दीपक रजक के साथ गांव में ही घूम रहा था. गांव में ही दीनू भोई के दुकान के पास दोनों को उनका दोस्त छबि यादव मिला. बातचीत के दौरान छबि यादव ने आने दोस्तों को पिस्तौल दिखाई। जो कि गिरजाशंकर और दीपक रजक को यह नकली पिस्तौल लगी. उसके बात छबि यादव के हाथ से ही दुर्घटनावश पिस्तौल का ट्रिगर दब गया और गोली गिरजाशंकर यादव के बाएं पैर पर लगी. घायल गिरजाशंकर यादव उर्फ दीपक यादव वर्तमान में खतरे से बाहर है. पुलिस के द्वारा छबि यादव की निशानदेही पर पिस्टल को बरामद कर लिया गया है. पुलिस मामले में जांच कर रही है कि छबि यादव के पास पिस्तौल कहां से आई?
कोटा पुलिस द्वारा वैधानिक कार्यवाही की जा रही है. पुलिस का कहना है कि घटनाक्रम पूरी तरह से एक्सीडेंटल फायर का है. जिसमें किसी भी तरह का आपसी विवाद, रंजिश या अन्य किसी तरह की घटना शामिल नहीं है.
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