बेबाक पत्रकार के पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हुआ खुलासा, लीवर के हुए टुकड़े, पूरा बॉडी पार्ट चकनाचूर, तीसरा फरार मुख्य आरोपी सुरेश चंद्राकर गिरफ्तार
Postmortem report of the outspoken journalist revealed that the liver was torn into pieces and the entire body was shattered. The third absconding prime accused Suresh Chandrakar was arrested.
लीवर के हुए टुकड़े, पूरा बॉडी पार्ट चकनाचूर,
बीजापुर : टीवी पत्रकार मुकेश चंद्राकर की पीएम रिपोर्ट रुह कंपाने वाली है. शार्ट पीएम रिपोर्ट में जो खुलासे हुए हैं. वो ना सिर्फ हत्यारों की बेदर्दी को बयां करते हैं. बल्कि वो उन खूंखार मंसूबों को भी बेनकाब करते हैं. जो पत्रकारिता का मुंह बंद करने की कोशिश कर रहे हैं.
पीएम रिपोर्ट की जानकारी के मुताबिक मौत के बाद भी हत्यारों ने रॉड से मुकेश चंद्राकर के शरीर पर वार जारी रखा. हालांकि इस बात के पुख्ता सबूत मिले हैं कि पहला वार पीछे से सर के नीचे गर्दन पर हुआ है. जिसके बाद वो नीचे गिरा और फिर उठ नहीं पाया.
पत्रकार मुकेश के शव का पीएम डॉ राजेन्द्र रॉय और अन्य दो डॉक्टरों ने किया. इसके बाद जो रिपोर्ट उन्होंने तैयार की. रिपोर्ट के मुताबिक मुकेश के शरीर का कोई हिस्सा ऐसा नहीं छूटा जहां हत्यारों ने चोट न पहुंचाई हो. चोटें भी ऐसी थीं कि पीएम करने वाले डॉक्टरों के भी हाथ कांपने लगे. डॉक्टरों का कहना है कि उन्होंने अपने कैरियर में इतनी बुरी हालत नहीं देखी. हत्यारों ने मुकेश के शरीर पर इतने वार किये कि पूरा हिस्सा टूट गया.
रिपोर्ट के मुताबिक मुकेश के के सिर पर 15 फ्रेक्चर पाये गए. हत्यारों ने मुकेश पर इस तरह से वार किया कि उसका लीवर भी चार टुकड़ों में बंट गया. हत्यारों के लगातार वार से मुकेश के शरीर की 5 पसलियां भी टूटी हुई हैं. इतना ही नहीं मुकेश की गर्दन भी तोड़ डाली और मुकेश की एक कॉलर बोन भी टूटी पाई है. साथ ही मुकेश का हार्ट भी इसमें फट गया था. मुकेश के बायें हाथ पर कलाई के पर चोट के निशान हैं. शायद उसने बचाव के लिये अपना बायां हाथ आगे किया होगा और इसी से उसे चोट लगी होगी.
डॉ राजेन्द्र रॉय सहित दो अन्य डॉक्टरों ने मुकेश चंद्राकर का पोस्टमार्टम किया. उन्होंने कबूल किया कि 12 सालों के करियर में ऐसा पहला केस देखा है. डॉ रॉय ने बताया कि शव के पीएम के बाद रिपोर्ट तैयार करने में उनका दिल दहल गया. शव का पीएम करने वाले डॉ राजेन्द्र रॉय ने बताया कि वे बस्तर में 12 सालों से सेवाएं दे रहे हैं. और शवों का पीएम भी करते आ रहे है. लेकिन उन्होंने बीते 12 साल में ऐसा पहला केस देखा. जबकि हत्यारों ने किसी की हत्या इतनी बेरहमी से की हो.
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गठित SIT टीम ने इस हत्याकांड के मुख्य आरोपी सुरेश चंद्राकर को देर रात हैदराबाद से गिरफ्तार कर लिया है. SIT टीम फिलहाल आरोपी से पूछताछ कर रही है. पुलिस ने पहले ही अन्य 3 आरोपी दिनेश, रितेश चंद्राकर और महेंद्र रामटेके को गिरफ्तार कर लिया था.
पुलिस का मानना है कि इस हत्या में दो से ज्यादा लोग शामिल थे. इस बीच इस मामले में फरार मुख्य आरोपी सुरेश चंद्राकर को SIT टीम ने हैदराबाद से गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस पूछताछ में जुटी हुई है. इस मामले जल्द ही खुलासा होने की उम्मीद जताई जा रही है का इस जघन्य हत्याकांड को दो लोगो ने मिलकर अंजाम दिया था या इसमें और लोग भी शामिल थे.?
पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के मुताबिक:
* खोपड़ी के 15 टुकड़े
* 5 पसलियां टूटी हुई
* दिल फटा हुआ
* गर्दन टूटी हुई
* शरीर पर कई अन्य गंभीर चोटें
इस केस की जांच में 300 से अधिक मोबाइल कॉल डिटेल्स और 200 से ज्यादा सीसीटीवी फुटेज की बारीकी से जांच की गई. जिसके बाद सुरेश के हैदराबाद में छिपे होने का पता चला.
पत्रकार मुकेश चंद्राकर ने बीजापुर में एक सड़क निर्माण परियोजना में करोड़ों रुपए के भ्रष्टाचार का पर्दाफाश किया था. इस सड़क निर्माण का ठेका सुरेश चंद्राकर को मिला था. मुकेश ने इस परियोजना में अनियमितताओं और टेंडर प्रक्रिया में भ्रष्टाचार को उजागर किया था. यह खुलासा सुरेश और उसके साथियों के लिए परेशानी की वजह बन गया.
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पत्रकार यूनियनों ने मुकेश चंद्राकर की हत्या की घोर निंदा की
नयी दिल्ली : अन्तरराष्ट्रीय पत्रकार संगठन सार्क जर्नलिस्ट्स फोरम, इंडियन जर्नलिस्ट्स एसोसिएशन और पीपीआई सहित कई पत्रकार यूनियनों एवं संस्थाओं ने छत्तीसगढ़ में पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या की घोर निंदा करते हुए हत्यारों की जल्द गिरफ्तारी और मृतक के परिजन को फौरन 1 करोड़ रुपए मुआवजा देने की मांग की.
निंदा करने वालों में प्रेस क्लब आफ़ इंडिया, महिला प्रेस क्लब एवं नेशनल यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट्स इंडिया भी शामिल हैं. यूनियनों ने कहा कि नक्सलियों के कब्जे से अपहृत सीआरपीएफ कर्मियों की रिहाई सुनिश्चित करने में पत्रकार मुकेश चंद्राकर की अहम भूमिका थी. संगठनों ने इस जघन्य हत्याकांड की निष्पक्ष जांच और दोषियों को कड़ी सजा देने की मांग की.
मांग करने वालो में सार्क जर्नलिस्ट फोरम के कार्यकारी अध्यक्ष डॉ. समरेन्द्र पाठक, इन्डियन जर्नलिस्ट एसोसियेशन के प्रमुख रामनाथ विद्रोही, पी पी आई के अध्यक्ष डॉ. सुरेन्द्र शर्मा, जर्नलिस्ट इंडिया के अध्यक्ष रास बिहारी, प्रेस क्लब के अध्यक्ष गौतम लाहिडी एवं महिला प्रेस क्लब की प्रमुख पारुल शर्मा शामिल हैं।उन्होंने कहा है,कि इस घटना से पत्रकार जगत मर्माहत है
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नवापारा-राजिम : इस घटना को लेकर नवापारा, राजिम सहित अंचल के पत्रकारों ने रविवार शाम राजिम नगर के सुंदरलाल शर्मा चौक में मौन रैली निकाल कर मोमबत्ती जलाकर मुकेश को श्रद्धांजलि दी. वहीं इस घटना को लेकर जमकर आक्रोश जताया.
इस मौके पर वरिष्ठ पत्रकार श्यामकिशोर शर्मा ने पत्रकार मुकेश के हत्यारों को कड़ी से कड़ी सजा देने मांग की. साथ ही पीड़ित परिवार को 1 करोड़ रुपए मुआवजा, परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने छग सरकार से मांग की गई. मांग पूरी नहीं होने पर बस्तर के पत्रकारों के साथ मिलकर पीड़ित परिवार को इंसाफ दिलाने संघर्ष करने की बात कही.
पत्रकारों ने कहा की उनके परिवार को 1 करोड़ की आर्थिक सहायता एवं परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दिया जाए. वही केंद्र एवं राज्य सरकार से मांग किया गया कि बस्तर समेत पूरे छत्तीसगढ़ में पत्रकारों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश जारी हो. घटना पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि पत्रकारो को आये दिन झूठे मामले में फसाना, मारपीट करना ऐसे उत्पीड़न से पत्रकारों को गुजरना पड़ता है.
पत्रकार मनीष जैन ने कहा कि पत्रकार सबकी बात रखते है. लेकिन जब बात पत्रकारों पर आती है तो कोई आवाज उठाने वाला नहीं होता। कई बार पत्रकारों के ऊपर हमले हुए. लेकिन सरकार ने समय पर अगर कठोर कानून बनाया होता तो ऐसी घटना नहीं होती।
पत्रकार भोला साहू ने कहा कि मुकेश चंद्राकर की हत्या सिर्फ एक व्यक्ति का मामला नहीं है. यह पूरे समाज के लिए चेतावनी है. पत्रकार सिर्फ खबरें नहीं लिखते। वे समाज के सवालों को आवाज देते हैं. उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करना न केवल सरकार का दायित्व है. बल्कि समाज का भी नैतिक कर्तव्य है.
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कोटा : बीजापुर के हमारे जांबाज पत्रकार साथी भाई मुकेश चंद्राकर की हुई निर्मम हत्या के बाद पूरे प्रदेश के पत्रकारो में काफी आक्रोश है. सिस्टम ओर पूंजीपति ठेकेदारों का शिकार मुकेश भाई की शहादत बेकार नहीं जाएगी. मुकेश भाई के हत्यारों को फांसी के फंदे तक पहुंचाने तक ये लड़ाई जारी रहेगी...
पूरे प्रदेश में पत्रकारों के बीच आक्रोश का माहौल है सभी पत्रकार साथी प्रेस क्लब पत्रकार संगठन अपने अपने इलाके में मुकेश भाई को अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित कर रहे हैं..
इसी कड़ी में आज सोमवार 6 जनवरी को कोटा प्रेस क्लब में प्रेस क्लब के पदाधिकारी व सदस्यगण की मौजूदगी में मुकेश भाई को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए मृतात्मा की शांति के लिए 2-मिनट का मौन धारण किया गया.. जिसके बाद प्रेस क्लब भवन से पैदल मार्च करते हुए कोटा एसडीएम को प्रदेश के राज्यपाल/मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपकर हत्यारों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही करने, पत्रकार सुरक्षा कानून लागू करने,मुकेश भाई के परिवार को आर्थिक मुआवजा राशि प्रदान करने की मांग की गई.
इस दौरान प्रेस क्लब अध्यक्ष सूरज गुप्ता, सचिव मोहम्मद जावेद खान, संरक्षक संजीव शुक्ला, आर डी गुप्ता, उपाध्यक्ष, अंकित सोनी रामनरायण यादव, सदस्य गण विकास तिवारी, सूचित मरावी सहित बाकी सदस्य गण मौजूद रहे.
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